आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग और पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए एक कमेटी गठित की गई थी, जिसने यह सुझाव सरकार को दिया है. इस सुझाव को शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है.
क्यों की जा रही है कवायद
इस घटनाक्रम की स्टडी की गई और इन खामियों के बारे में बताने, इनको दोबारा न दोहराने और इनका कैसे मुकाबला किया जाए, इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी. इस रिपोर्ट के जरिए अफसरों को ज्यादा बेहतर ढंग से काम करने लायक बनाने के लिए इसे पाठ्यक्रम में जोड़ने की कवायद की जा रही है.
बता दें कि इसी साल 2 जुलाई को कानपुर में विकास दुबे और उसके गैंग ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसी के बाद विकास दुबे फरार हो गया और करीब एक हफ्ते के बाद जब उसे मध्य प्रदेश से पकड़ा गया तो कानपुर लाते वक्त पुलिस एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया. पुलिस का कहना था कि कानपुर के पास विकास दुबे ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद मुठभेड़ हुई और विकास दुबे ढेर हुआ.