लखनऊ- बनारस राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित अमहट चौराहे के पास सराफा कारोबारी से असलहे के बल पर बदमाशों ने लगभग ₹30 लाख लूट लिया। घटना के बाद बदमाश फरार हो गए। वह प्रतापगढ़ जिले का रहने वाला है।
कोतवाली नगर थाना क्षेत्र स्थित पयागीपुर चौराहे से ई-रिक्शे पर बैठकर व्यापारी अमहट की ओर जा रहा था। तभी उसके पीछे बदमाश लग गए। अमहट के पास व्यवसायी के साथ लूट की घटना हुई । ऐसा लगता है कि रेकी करने में बदमाशों ने ठीक से होमवर्क किया था. पल -पल वह व्यवसाई की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। व्यापारी अक्सर अपने व्यापार के लिए बाहर निकलता था । पर, बीती रात जोखिम उठाना उसे भारी पड़ गया।
प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर में बड़े लेन-देन (माल) को लेकर चलने वाले व्यापारी बदमाशों के निशाने पर हैं। बीते दिनों इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। इससे पहले प्रतापगढ़ में लूट का विरोध करने पर व्यवसाई की गोली मारकर हत्या की गई है।
गुरुवार रात व्यापारी से 30 लाख की लूट के मामले में जिले के आला अधिकारियों की नींद शुक्रवार को सुबह में टूटी। वह भी शासन से आए फोन कॉल के बाद. घटनास्थल पर एसपी डाॅ. अरविंद चतुर्वेदी साथ में सीओ सिटी सतीश चंद्र शुक्ला,स्वाट टीम प्रभारी अजय प्रताप यादव जांच करने पहुंचे।
पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रतापगढ़ के सर्राफा व्यवसाई प्रहलाद खंडेलवाल के दो कर्मचारियों से नगर कोतवाली के सीएमओ कार्यालय के निकट रात लगभग आठ बजे 30 लाख रुपए की लूट की बात प्रकाश में आई है। पुलिस ने ई-रिक्शा चालक को हिरासत में ले लिया है। कादीपुर क्षेत्र के ई रिक्शा चालक से पूछताछ के लिए क्षेत्राधिकारी नगर सतीश चंद्र शुक्ला व विजयमल सिंह यादव नगर कोतवाली पहुंचे हैं। गहन पूछताछ में कई राज खुलने की बात सामने आ रही है।
स्वाट टीम प्रभारी अजय यादव और नगर कोतवाल भूपेंद्र सिंह घटनास्थल पर पड़ताल कर रहे हैं। मामले की जांच के लिए दोनों क्षेत्राधिकारी को लगाया गया है। दूसरी ओर नगर कोतवाल भूपेंद्र सिंह लूट को संदिग्ध मानते हैं कि कहीं कर्मचारियों ने पैसे को हजम करने के लिए लूट कांड तो नहीं दर्शाया इस विषय पर भी पुलिस तफ्तीश कर रही है।