Thursday , February 9 2023

लखनऊ में व्यापारियों ने खुद किया लॉकडाउन, कई बाजारों को बारी-बारी से बंद रखने का फैसला

राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यहां के व्यापारियों ने खुद कई बाजारों को बंद रखने का फैसला किया है। बाजार में सामान की किल्लत न हो इसलिए बाजार अलग अलग दिन बंद रखा जाएगा। लखनऊ शहर में नाइट कर्फ्यू लागू है। इसके उलट दिन में बाजार खुल रहे हैं और खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग कायम नहीं रह पाती और काफी लोग मास्क भी नहीं लगाते। इससे संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा बरकरार है। इन हालात में कई व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने पहल करते हुए बाजार बंदी का फैसला किया है। पांडेयगंज, नाका हिंडोला, चौक सर्राफा बाजार समेत कई जगह व्यापारियों ने गुरुवार से शनिवार तक स्वैच्छिक बंदी का फैसला किया है।

15 से 18 अप्रैल तक हजरतगंज का पूरा बाजार बंद करने का व्‍यापारियों ने निर्णय लिया है। साथ ही 21 अप्रैल तक अमीनाबाद बाजार भी बंद रहेगा। इस दौरान कोई दुकान नहीं खोली जाएगी। चौक सर्राफा बाजार 15 से 17 अप्रैल तक दुकानें बंद रहेंगी।

पांडेयगंज बाजार भी 15 से 17 अप्रैल तक बंद रहेगा। यह बाजार 18 अप्रैल से शाम पांच बजे तक खुलेगा। लखनऊ इलेक्ट्रिक मर्चेंट्स एडं कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ने भी 15 से 17 अप्रैल तक बंदी की फैसला किया है। सभी दुकानें तीन दिन बंद रहेंगी। इसी तरह नाका हिंडोला के व्यापारियों ने भी 15 से 18 अप्रैल तक स्वेच्छिक बंदी का फैसला लिया है। 

5 दिन दुकान नहीं खोलेंगे लोहा-सीमेंट व्यापारी
लोहा व्यापार मंडल और सीमेंट व्यापार संघ ने 15 से 19 अप्रैल तक रिटेल आउटलेट बंद करने का फैसला किया है। लखनऊ लोहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष विशाल अग्रवाल व उत्तर प्रदेश सीमेंट व्यापार संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्याममूर्ति गुप्ता ने कहा कि पांच दिन बाजार बंद रहेंगे तो कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम किया जा सकता है। 

भूतनाथ में बंदी पर गुरुवार को फैसला
भूतनाथ बाजार में भी बंदी की अपील की गई है। स्थानीय व्यापार मंडल अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता ने बताया कि इसके लिए गुरुवार को मीटिंग की जाएगी। ऐसे में आने वाले दिनों में बाजार पूर्ण रूप से बंद किया जा सकता है।

‘जरूरी सामान की किल्लत न हो’
लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि संबंधित बाजारों के पदाधिकारी स्वेच्छा से अपने बाजार व दुकान बंद करने का निर्णय ले सकते हैं। इस दौरान यह ध्यान रखना होगा कि दूध, फल, सब्जी, गल्ला सहित अन्य जरूर सामानों की कोई दिक्कत न हो।