सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से शिक्षकों और अन्य कर्मियों की मौत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान जिन अध्यापकों और कर्मियों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है उनके आश्रितों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। कहा, भाजपा सरकार कर्मचारियों को सुरक्षा दे नहीं तो सरकारी कर्मी और शिक्षक मतगणना का बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे।
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि प्रदेश में पंचायत चुनाव की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है। सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने कहा कि चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा? सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रुपये मुआवजा और आश्रितों को नौकरी देने की मांग की।
रालोद ने पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान अधिकारियों शिक्षकों, कर्मचारियों व पत्रकारों की कोरोना से मौत का आरोप लगाते हुए सरकार से मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने प्रदेश सरकार से कोरोना संक्रमण की भयावहता को देखते हुए दो मई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कराने की मांग की है। उन्होंने कहा, सरकार मतगणना के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ड्यूटी कर रहे अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व कवरेज कर रहे पत्रकारों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पूरा सुरक्षा कवच प्रदान करे नहीं तो मतगणना स्थगित की जाए।