बलरामपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी 22 साल की छात्रा आरती तिवारी का एकल नामांकन हुआ, जिससे उनका निर्विरोध निर्वाचित होना तय हो गया है। उधर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी किरन यादव निर्धारित समय पर नामांकन करने नहीं पहुंचीं। नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर और उसके आस-पास सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में आरती ने नामांकन किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कई दिनों से गहमा-गहमी का माहौल चल रहा था। अध्यक्ष पद के लिए भाजपा की आरती तिवारी व सपा की किरन यादव ने नामांकन पत्र खरीदा था। शनिवार को भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी दिन में डेढ़ बजे के करीब भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह तथा जिले के चारों विधायकों सहित अन्य लोगों के साथ पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। नामांकन पत्र दाखिल करने का समय दोपहर तीन बजे तक निर्धारित किया गया था। निर्धारित अवधि में सपा की प्रत्याशी नामांकन करने के लिए नहीं पहुंची। तीन बजे के बाद नामांकन पत्रों की जांच की गई। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल ने बताया कि जांच के दौरान भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी का नामांकन पत्र वैध पाया गया है
इसी के साथ आरती का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया। निर्विरोध निर्वाचन होते ही भाजपाइयों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग एक-दूसरे को बधाईयां देने लगे। नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंची भाजपा प्रत्याशी आरती के साथ कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह, जिला प्रभारी सुधीर हलवासिया, सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर के कैलाश नाथ शुक्ल, गैसड़ी के शैलेश कुमार सिंह शैलू, उतरौला के राम प्रताप वर्मा, जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, श्याम मनोहर तिवारी, जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र तिवारी, चंद्र प्रकाश सिंह गुड्डू, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सिंह, डा. अजय सिंह पिंकू सहित भारी संख्या में भाजपाई मौजूद थे।
भाजपा प्रत्याशी ने दो सेट नामांकन पत्र दाखिल किए
जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी आरती ने अपने अनुमोदक व समर्थक के साथ दो सेट नामांकन पत्र दाखिल किए। पहले सेट में भाजपा प्रत्याशी के अनुमोदक के रूप में जिला पंचायत सदस्य वंदना राव व नवीन विक्रम सिंह थे। प्रस्तावक व समर्थकों के साथ भाजपा प्रत्याशी ने निर्वाचन कक्ष में पहुंचकर जिलाधिकारी के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मौका मिलने पर वह जिले के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगी।उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आस-पास का इलाका पुलिस छावनी में बना रहा
नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर व उसके आस-पास के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान लगाए गए थे। बहराइच रोड से कलेक्ट्रेट पहंुचने वाले रास्ते पर वैरिकेटिंग की गई थी। यहां से किसी गाड़ी को कलेक्ट्रेट की ओर जाने नहीं दिया जा रहा था। हांलाकि कैसरगंज सांसद और जिले के विधायकों के पहुंचने पर उनकी गाड़ियों को कलेक्ट्रेट गेट के सामने तक जाने दिया गया। वहीं से कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह भाजपा प्रत्याशी को जीत की शुभकामना देकर वापस लौट गए। यह बात और थी कि सैकड़ों की तादाद में भाजपाई घंटों कलेक्ट्रेट के बाहर जमे रहे। प्रमुख बैरिकेटिंग पर गाड़ी अंदर ले जाने को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष और पुलिस कर्मियों में तीखी नोकझोक हुई। बाद में उन्हें पैदल जाना पड़ा।
पहले चुनाव में ही आरती का निर्विरोध निर्वाचन हुआ
किसान की 22 वर्षीय बेटी आरती तिवारी बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हैं। जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने उन्हें अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया। आरती के सामने प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर सकी, जिससे आरती का निर्विरोध निर्वाचन हो गया। आरती के चाचा श्याम मनोहर तिवारी इस दौरान बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि बिटिया को राजनीति के क्षेत्र में उतारकर उन्हें सुखद अनुभव हो रहा है। भाजपा नेतृत्व के सहयोग से यह सबकुछ संभव हो पाया है। आरती अब तक की सबसे कम उम्र की जिला पंचायत अध्यक्ष होंगी।