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दरभंगा पार्सल ब्लास्ट: क्या जल्द होगा साजिश का पर्दाफाश? एनआईए के रडार पर है एक मोबाइल नंबर, एजेंसी को इसकी है तलाश

दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़ने की बात सामने आने पर एसपी एनके त्यागी के नेतृव में जांच को पहुंची एनआईए की तीन सदस्यीय टीम शनिवार की सुबह यहां से लौट गई। लौटने से पूर्व टीम ने घटना के सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से खंगाला।

वहीं मामले की जांच कर सिकंदराबाद से लौटे जीआरपी प्रभारी हारूण राशिद से आवश्यक जानकारी साझा की। सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने सिकंदराबाद स्टेशन व वहां के पार्सल कार्यालय के फुटेज को गहनता से खंगाला। फुटेज के माध्यम से सिकंदराबाद में संदिग्धों की मौजूदगी को खंगाला गया।

ब्लास्ट की तीव्रता को लेकर भी जीआरपी से जानकारी हासिल की गई। दरभंगा जंक्शन ब्लास्ट में एनआईए ने अपनी ओर से एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी है। दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को एक्टिव मोबाइल फोन में से कई नंबरों के कॉल डिटेल्स को खंगाला जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार एनआईए के रडार पर एक फोन नंबर है जो ब्लास्ट के वक्त दरभंगा जंक्शन पर एक्टिव था। पार्सल ब्लास्ट में मो. सुफियान का नाम आने के बाद जांच का दायरा कई राज्यों तक बढ़ गया है। सिकंदराबाद के अलावा झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश तक मो. सुफियान के कनेक्शन को खंगाला जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार सुफियान पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ले चुका है। जांच एजेंसियों को लंबे समय से उसकी तलाश है। बहरहाल एनआईए की ओर से मामले की जांच शुरू करने के बाद लोगों में उम्मीद जगी है कि मामले का खुलासा जल्द ही हो जाएगा। कई संदिग्ध जांच एजेंसी के निशाने पर हैं। मो. सुफियान की गिरेबान तक पहुंचने के लिए अभी तक सामने आई जानकारी के आधार पर एनआईए जांच को आगे बढ़ा रही है।