फर्म के आफिस से एक-एक लाख रुपये के दो चेक चोरी कर खाते से निकलने के मामले में करीब एक महीने बाद कैंट पुलिस ने आफिस में काम करने वाली युवती और उसके दोस्त के खिलाफ चोरी और जालसाजी का केस दर्ज किया है। एक महीने तक इस मामले में घटनास्थल के विवाद में शाहपुर और कैंट पुलिस फंसी थी। ‘हिन्दुस्तान’ ने जब पीड़ित को परेशान करने वाली इस व्यवस्था पर खबर प्रकाशित की तब जाकर कैंट पुलिस ने केस दर्ज किया।शाहपुर इलाके के मैत्रीपुरम कालोनी के रहने वाले राघवेन्द्र नाथ द्विवेदी अपने रिश्तेदार के फर्म शिवम इंटरप्राइजेज से जुड़े हुए हैं। फर्म का खाता इंडियन बैंक सिविल लाइंस गोरखपुर में है। उस खाते का संचालन राघवेन्द्र ही करते हैं। चेक बुक पर साइन कराकर कार्यालय में रखा रहता है और आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल करते हैं। राघवेन्द्र नाथ ने बताया कि फर्म के खाते से 17 जून को दो लाख रुपये निकल गए। जालसाजी से पैसा निकनले की जानकारी पर उन्होंने कैंट थाने में तहरीर दी। कलेक्ट्रेट चौकी इंचार्ज ने जांच की और बताया कि एक-एक लाख रुपये के दो चेक से यह रुपये निकाले गए हैं। जांच में पता चला कि दोनों चेक को आफिस में काम करने वाले एक लड़की श्वेता ने चोरी की है और उसने अपने दोस्त गायत्री पुरम पिडरा थाना कोतवाली जिला देवरिया में रहने वाले रवि सिंह को दी थी। रवि सिंह ने कैश पैसे निकाला था। रवि सिंह की पहचान बैंक के सीसी टीवी कैमरे से हुई। फिर उसका नम्बर और श्वेता के मोबाइल नम्बर की कॉल डिटेल निकाला गया तो पता चला कि दोनों की लम्बी बात होती है। जब पैसा निकला था तब भी उनकी बात हुई थी।
सब कुछ जांच कर कैंट पुलिस ने शाहपुर पुलिस को केस दर्ज कर आरोपित को पकड़ने के लिए भेज दिया था। कैंट पुलिस का तर्क था कि जहां से चेक चोरी हुई है वह आफिस शाहपुर में है। पर शाहपुर पुलिस केस दर्ज करने के बजाय कौआबाग चौकी इंचार्ज ने अपनी अलग से जांच शुरू कर दी और यह एक महीने तक पीड़ित दौड़ता रहा। इस मामले में हिन्दुस्तान में खबर सामने आने के बाद कैंट इंस्पेक्टर ने थाने पर बुालकर पीड़ित की तहरीर ली और केस दर्ज कराया अब आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।