लखनऊ के मड़ियांव में जिस युवक का खून से लथपथ शव मिला था, वह डालीगंज के पास लाहौरीगंज का रहने वाला प्लम्बर जगदीश वर्मा (35) था। उसे बुधवार सुबह नौ बजे एक व्यक्ति ने फोन किया, फिर उसके आने पर वह घर से चला गया था। इसके कुछ देर बाद ही उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। गोली लगी होने की पुष्टि भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो गई है। बुधवार को इस बात को लेकर संशय था कि उसे गोली लगी है अथवा नहीं। पुलिस का दावा है कि हत्या के बाद ही उसका शव ककौली गांव में फेंक दिया था। इस मामले में उसकी पत्नी ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है।
एसीपी अखिलेश सिंह ने बताया कि बुधवार देर रात करीब एक बजे लाहौरीगंज निवासी किरन वर्मा रिश्तेदारों के साथ हसनगंज कोतवाली में पति के लापता होने की सूचना देने गई थी। उसी समय उन्हें मड़ियांव में एक युवक का शव मिलने की बात पता चली। इस पर वह मड़ियांव थाने पहुंची। पुलिस ने मोबाइल में फोटो दिखायी जिसकी शिनाख्त उसने पति जगदीश वर्मा के रूप में की।
बाइक सवार के साथ निकला था जगदीश
इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज सिंह ने बताया कि जगदीश समर्सिबिल पम्प लगाने का काम करता था। उसके एक बेटा श्रेयांश, बेटी कशिश है। मां कमला भी उन्हीं के साथ रहती है। पत्नी ने बताया कि बुधवार सुबह किसी ने नौ बजे फोन किया था। उसे किसी नयी साइट पर काम करने को कहा गया था। आधे घंटे के बाद ही एक युवक बाइक से आया और जगदीश उसके साथ चले गये। देर रात तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो तलाश शुरू की गई। उसका मोबाइल मिलाया गया तो वह बंद मिला।
करीबी महिला से बात करने को लेकर अनबन
पुलिस ने बताया कि पत्नी ने किसी से भी रंजिश या विवाद होने से इनकार किया है। पुलिस का कहना कि जगदीश का मोबाइल नहीं मिला है। उसकी कॉल डिटेल निकलवायी गई तो कुछ नम्बरों पर पुलिस ने पूछताछ की। इस दौरान ही सामने आया कि एक महिला से बात करने को लेकर उसका किसी से विवाद हुआ था। पुलिस इस बिन्दु पर भी पड़ताल कर रही है। एसीपी अखिलेश सिंह ने बताया कि अंतिम कॉल के बारे में पता चल गया है। कुछ और तथ्य हाथ लगे हैं। इस आधार पर ही दावा किया जा रहा है कि जल्दी ही हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।