केजीएमयू की ओपीडी दिखाने के लिए मरीजों को बार-बार कोरोना जांच कराने की झंझट से मुक्ति मिल गई है। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके मरीजों को आरटी-पीसीआर की नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं। ऐसे मरीजों का सीधे पंजीकरण शुरू हो गया है।
सामान्य दिनों में केजीएमयू की ओपीडी में आठ से 10 मरीज देखे जाते थे। कोरोना की दूसरी लहर के बाद खुली ओपीडी में करीब तीन हजार मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। पंजीकरण से पहले कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच जरूरी थी। इसकी वजह से मरीजों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही थी। तीन दिन के भीतर की रिपोर्ट दिखाने के बाद ही पंजीकरण हो रहा था। बड़ी संख्या में मरीज प्राइवेट पैथोलॉजी से कोरोना की जांच कराने को मजबूर थे। मरीजों को खासी खर्च करना पड़ रहा था।
केजीएमयू प्रशासन ने मरीजों की सहूलियत के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों का सीधे पंजीकरण करने का फैसला किया है। अब वैक्सीन लगवाने वाले ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। वहीं जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें पूर्व की भांति आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी। बिना कोरोना जांच के मरीज ओपीडी में नहीं देखे जाएंगे। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक नई व्यवस्था लागू कर दी गई है।