केन्द्र सरकार की रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में सात नए बिजली घर बनेंगे। पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी के निर्देश पर स्थानीय अभियंताओं ने सर्वे का प्रस्ताव तैयार किया है।
शहर के बाहरी क्षेत्र लहसड़ी, नौसढ़, नन्दानगर, शाहपुर, तिवारीपुर, लालडिग्गी व तारामण्डल क्षेत्र में 33/11 केवी के नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव बनाकर एमडी को भेजा है। इन बिजली घरों के निर्माण पर करीब 17.82 करोड़ खर्च का अनुमान है। छह बिजली घरों में 10-10 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर लगेंगे जबकि तिवारीपुर बिजली घर की क्षमता 20 एमवीए होगी। अभियंताओं का कहना है कि दो महीने में रीवैम्प्ड योजना के तहत काम शुरू हो जाएगा। बिजली वितरण के जर्जर सिस्टम में सुधार के लिए केन्द्र सरकार ने डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम पूरे प्रदेश में लागू की है।
इस पंचवर्षीय योजना की शर्त यह है कि अभियंताओं को सिस्टम सुधार के काम कराकर लाइन लास को 15 फीसदी तक लाना है। पूर्वांचल निगम के एमडी ने इसके लिए निदेशक कार्मिक एसके बघेल को नोडल अधिकारी नामित किया है। उन्होंने बीते दिनों में तीन बार गोरखपुर जोन का दौरा कर अभियंताओं को प्रशिक्षण देकर कार्य का प्रस्ताव बनाने का तरीका बताया। इसके बाद महानगरीय वितरण मण्डल के अभियंताओं ने सर्वे कर अलग-अलग कार्य कराने को 520 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर एमडी को भेजा है। इसमें शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सात नए बिजली घर बनाने के प्रस्ताव भी दिए हैं।
तिवारीपुर क्षेत्र बिजली घर की थी आवश्यकता
शहर के तिवारीपुर क्षेत्र में काफी दिनों से बिजली घर की जरुरत महसूस की जा रही थी। क्योंकि सूजरकुण्ड बिजली घर से तिवारीपुर क्षेत्र में बिजली देने में काफी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में आए दिन लोगों को निर्वाध बिजली आपूर्ति की सुविधा से वंचित होना पड़ता था। शाहपुर में नया बिजली घर बनने से विकसित हो रहे नए बाजार में निर्वाध बिजली आपूर्ति में सुविधा होगी। नन्दानगर क्षेत्र में भी तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र को भी बेहतर बिजली आपूर्ति नए बिजली घर से मिलेगी। वैसे भी शाहपुर बिजली घर ओवरलोड की जद में था। लालडिग्गी बिजली घर भी ओवरलोड की जद में है। ऐसे में वहा नया बिजली घर बनने से लोगों को निर्वाध बिजली आपूर्ति मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। रानीबाग क्षेत्र के लहसड़ी बन्धा क्षेत्र के का भी तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे में वहां के लोगों को बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए एक नए बिजली घर की आवश्यकता थी।
बोले अधीक्षण अभियंता
आरडीएसएस योजना के तहत शहरी क्षेत्र में सिस्टम सुधार के काम कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर पूर्वांचल एमडी कार्यालय को भेजा गया है। इसमें शहर के बाहरी क्षेत्रों में सात नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है। इस प्रस्ताव पर दो चरणों की जांच हो चुकी है। तीसरे चरण की जांच पीएमए द्वारा की जानी है।