दिनभर उमस भरी गर्मी के बीच शहर वासियों को रात में बारिश ने राहत दे दी। रात में करीब 11:15 बजे आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। तूफान इतनी तेज था कि हवा में होर्डिंग और बैनर उड़ गए। कई जगह पर पेड़ भी गिर गए। तेज तूफान के चलते हाईवे पर भी वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। रात तक बिजली की तड़तड़ाहट के साथ बूंदाबांदी का दौर चलता रहा।
अचानक से आज आंधी तूफान ने सब कुछ थाम सा दिया। तूफान की रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक रही। तूफान के चलते शहर से लेकर हाइवे तक कई जगह पर होर्डिंग और बैनर हवा में उड़ गए।
कहीं पर पेड़ तो कहीं पर तार टूटने से बिजली गुल हो गई। हवा की रफ्तार कम होने पर भी बारिश का दौर चलता रहा। तूफान रात में इतनी तेज था कि हाईवे पर चलने वाले वाहन स्वामियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। तेज तूफान के चलते सिवाया टोल प्लाजा पर मौजूद कर्मचारियों को भी अंदर सुरक्षित स्थान पर जाकर जान बचानी पड़ी। इस बीच तेज तूफान के चलते हाईवे पर गुजर रहे दुपहिया वाहन स्वामी भी सुरक्षित स्थान पर खड़े हो गए। आधी रात तक बारिश और आंधी का दौर चलता रहा।
कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि हवा की रफ्तार शुरुआत में 50 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक रही। करीब 15 मिनट बाद हवा की रफ्तार धीमी होने पर 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रही। तेज तूफान के बीच बारिश के चलते मौसम सुहाना हो गया। अभी 13 जून तक मौसम का मिजाज बदला बदला रहेगा। कभी तेज हवाएं तो कभी उमस के बीच बारिश से भी राहत मिलेगी।