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यूपी: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या चार हजार से कम, बीते 24 घंटे में 255 नए केस मिले

यूपी में सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या 4,000 से कम हो गई है। वर्तमान में 3,910 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। विगत दिवस 16 जिलों में संक्रमण के नए मामले नहीं मिले, जबकि 55 जिलों में नए केस इकाई में आये हैं। प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार 486 हो चुकी है। प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.1% फीसदी है।

प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 57 लाख 30 हजार 488 टेस्ट हो चुके हैं। जून माह में अब तक 0.2 फीसद पॉजिटिविटी दर रही है। यह कोरोना संक्रमण के नियंत्रित होने का सूचक है। वहीं, बीते 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 44 हजार 275 कोविड टेस्ट किए गए। इसी अवधि में संक्रमण के 255 नए मामले आये हैं, जबकि 397 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं। 2,525 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में कोरोना नियंत्रण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतोष जताया है और अफसरों को लगातार टेस्टिंग करने का निर्देश दिया। वह मंगलवार को टीम-9 के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर चर्चा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से कोविड वैक्सीनेशन अभियान नई दिशा को प्राप्त कर रहा है। 21 जून को पहले दिन निर्धारित 06 लाख वैक्सीनेशन के सापेक्ष 07 लाख 29 हजार 197 लोगों को टीका-कवर प्रदान किया गया। यह निरंतरता बनी रहे। अब तक 02 करोड़ 63 लाख 22 हजार 777 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। 01 जुलाई से प्रतिदिन  10-12 लाख के लक्ष्य के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं।
अनेक राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं
उन्होंने कहा कि अनेक राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हमें अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। रेलवे, सड़क मार्ग अथवा वायुमार्ग के प्रदेश में आने वाले लोगों की जांच कराई जाए। रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों, हवाई अड्डों पर एंटीजन टेस्ट के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। संदिग्ध लक्षण वाले लोगों का आवश्यकतानुसार आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जाए। पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी कराई जाए।

वयस्क लोगों के लिए मेडिकल किट वितरण जारी है और अब 27 जून से बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर मेडिकल किट वितरण किया जाएगा। जिलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से निगरानी समितियों को दवाइयों का पैकेट दिलाया जाए। लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।

कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बावजूद भी इस वर्ष 56 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है। यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में किसी एक वर्ष में हुई सबसे अधिक गेहूं खरीद है। किसानों का हित सुरक्षित रखने के लिए सरकार संकल्पित है। जो भी किसान क्रय केंद्रों पर आ चुके हैं, उनके गेहूं की खरीद जरूर कराई जाए।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास प्राधिकरणों की बैठक में स्थानीय औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए। औद्योगिक विकास में उनसे व्यवहारिक सुझाव प्राप्त किए जाएं। मंडल व जनपद स्तर के अधिकारी अपने क्षेत्रीय औद्योगिक इकाइयों के सतत संपर्क में रहें। इनसे संवाद बनाए रखा जाए। इनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए।