केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद विधान परिषद की सीट या केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने की उम्मीद पाले बैठे निषाद पार्टी के मुखिया डॉ. संजय निषाद बुधवार को प्रदेश सरकार पर हमलावर हो गए। उन्होंने भाजपा सरकार पर वर्ष 2017 में किए गए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाते हुए खुद के लिए वर्ष 2022 के चुनाव में डिप्टी सीएम का पद देने की मांग कर डाली। शाम होते-होते उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई और उसके बाद वह गदगद हो गए। बोले-मुलाकात अच्छी हुई। सब अच्छा है और अच्छा होगा। हमारी मांगें जल्द पूरी होंगी।
उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाने वाले कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि निषाद पार्टी बतौर सहयोगी दल हमारे साथ है और वर्ष 2022 में भी साथ ही रहकर चुनाव लड़ेगी। उनकी मांगों पर चिंतन किया जा रहा है। यह बात दीगर है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्होंने आगमी चुनावों में डिप्टी सीएम का चेहरा बनाने का मुद्दा नहीं उठाया।
इससे पहले बुधवार की सुबह लखनऊ में डॉ. संजय निषाद ने प्रेस कांफ्रेंस की घोषणा की। उनकी सियासी पैंतरेबाजी का असर भी हुआ और आनन-फानन में मान-मनौव्वल के लिए कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को लगाया गया। तय हुआ कि वह प्रेस कांफ्रेस में कुछ ज्यादा नहीं बोलेंगे और देर शाम उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाएगी। लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में डॉ. संजय निषाद ने कहा है कि भाजपा को वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में जीत चाहिए तो उन्हें उप मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव मैदान में उतारे।
उन्होंने कहा कि 18 फीसदी आबादी वाला मछुआ समुदाय एकतरफा भाजपा के साथ होगा। जिसका सीधा लाभ निषाद बाहुल्य 160 विधानसभा सीटों पर मिलेगा। वर्ष 2019 में निषाद पार्टी राज्य में भाजपा के साथ आई। मिलकर चुनाव लड़े तो भाजपा को बड़ी सफलता मिली।
निषादों से किए गए वादे पूरा करे भाजपा
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले मुख्यमंत्री ने निषाद जातियों को उनका हक दिलाने का वादा किया था। वर्ष 2019 में समझौते के वक्त भी भाजपा के नेताओं ने निषादों को एससी में शामिल करने का वादा किया था। साथ ही उन्हें राज्यसभा भेजने का आश्वासन था। इसके साथ ही निषाद जातियों की अन्य समस्याओं के समाधान का वादा किया था। कुछ दिनों पहले दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड़्डा से मुलाकात हुई तो उन्होंने भी वादे पूरे करने का भरोसा दिलाया था। उन्होंने मांग की कि भाजपा निषाद पार्टी को केंद्र व राज्य में मंत्री पद दे। यह भी कहा कि वह भाजपा का साथ अंतिम समय तक नहीं छोड़ेंगे, लेकिन वादे पूरा नहीं होने पर समाज के भाजपा से कट जाने का खतरा रहेगा।