नोएडा में गिरफ्तार मोहम्मद उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर में आईडीएफ नाम की संस्था बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करा रही थी। यह तथ्य एटीएस की पूछताछ में आदित्य उर्फ अब्दुल्ला ने बताया है। हालांकि एटीएस या आदित्य को इसके फुल फार्म के बारे में जानकारी नहीं है। एजेंसी को शक है कि कहीं किसी प्रतिबंधित संगठन ने किसी नए नाम से काम तो शुरू नहीं कर दिया है।
आदित्य के घर वापस आने के बाद एटीएस टीम दो बार उससे पूछताछ कर चुकी है। उसी में साइन लैंग्वेज की मदद से आदित्य ने एजेंसी को जानकारी दी कि आईडीएफ नाम के संगठन से निर्देश मिलते थे। यह निर्देश ज्यादातर इंडोनेशिया से आते थे। जब एटीएस ने उससे फुल फार्म जानने का प्रयास किया तो आदित्य ने जानकारी न होने की बात कही।
सन 2020 में प्रतिबंधित हुए थे 41 संगठन
केन्द्र सरकार ने सन 2020 में 41 आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया था। एटीएस सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं इन्हीं संगठनों में से किसी ने अपनी नई शाखा खोलकर काम तो नहीं शुरू कर दिया है। एटीएस सूत्र बताते हैं कि जांच में पता चला है कि संगठन का नाम इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट है। 17 अगस्त 1998 को इस संगठन का गठन इंडोनेशियों में किया गया था। इस संगठन का मुख्यालय जकार्ता में था। संगठन की विचारधारा को जनविरोधी मानते हुए इंडोनेशिया सरकार ने जून 1999 में पहली बार प्रतिबंधित किया और बाद में 30 दिसंबर 2020 से लगातार यह संगठन प्रतिबंधित है।
पीएफआई के संबंधों को भी खंगाल रही पुलिस और एटीएस
आदित्य गुप्ता को धर्म परिवर्तन के बाद केरल ले जाया गया। वहां से पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया सक्रिय है। एटीएस इस संगठन के रोल की भी छानबीन करने में लगी है।