Saturday , October 28 2023

हैदराबाद-पटना वाया बनारस ट्रेन चलाने की घोषणा हवा-हवाई

यूपी-बिहार के केंद्रीय मंत्री नहीं करते उत्तर भारतीयों की मदद : राजनरायन सिंह
एक मात्र सिकंदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन चलने से यात्रियों की हो रही फजीहत

सुरेश गांधी

वाराणसी : हैदराबाद-पटना वाया बनारस ट्रेन चलाने की मांग एक अरसे से हो रही है। खास यह है कि यात्रियों की मांग पर एक-दो नहीं बल्कि कई बार मंत्रियों ने ट्रेन चलाने की घोषणा भी की, लेकिन रात गयी बात गयी की तर्ज पर सब हवा-हवाई साबित हो हुई। परिणाम यह है कि हैदराबाद से पटना बाया बनारस आने-जाने वाले रेल यात्रियों को बड़ी फजीहत झेलनी पड़ रही है। कई बार तो इमरजेंसी में उन्हें बाईरोड आना पड़ता है और उसमें कई सड़क हादसे के शिकार हो गए। बता दें कि इस मार्ग एक मात्र सिकंदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन चलती है। इस ट्रेन में तीज-पर्व पर छोड़िए सामान्य दिनों में भी समय पर टिकट नहीं मिलता है। महीनों इंतजार के बाद अगर रेल टिकट मिल भी गया तो बोरे की तरह ठूंस-ठूस कर यात्रा करने को विवस है इस मार्ग पर चलने वाले रेल यात्री। टिकट न मिलने से परेशान इमरजेंसी में अपनी 90 वर्षीय मां को कार से बनारस पहुंचे राजनारायण सिंह ने उत्तर भारतीयों की दर्द को बया करते हुए कहा कि यूपी और बिहार के केंद्रीय मंत्री उनकी मदद नहीं करते है।

नार्थ पीपुल्स एसोसिएशन, तेलंगाना के बैनरतले यात्री ट्रेन शुरू करने की मांग लगातार रेल उनकी संघर्ष समिति करती रही है। वे समिति के खुद अध्यक्ष भी है। स्थानीय स्तर पर ज्ञापन से लेकर डिवीजन स्तर तक सक्षम अधिकारियों सीधे संपर्क कर उन्हें यहां के लोगों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया जाता रहा है। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और बिहार के केंद्रीय मंत्री और नेता तेलंगाना में रहने वाले उत्तर भारतीयों की कोई मदद नहीं कर रहे हैं। केवल चुनाव के दौरान उनका उत्तर भारतीयों की याद आती है और वोट मांगने के लिए तेलंगाना तक पहुंच जाते हैं।

राजनारायण ने कहा कि तेलंगाना में रहने वाले लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या ट्रेन में यात्रा करने के लिए जगह मिलने की है। वाराणसी और पटना आने के लिए ट्रेनों में भारी लंबी वेटिंग लिस्ट है। हम लोग कई सालों से नई ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। रेलवे के बडे अधिकारियों के साथ ही साथ रेल मंत्री तक को अपनी समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। संगठन के भारी दबाव के कारण दक्षिण मध्य रेलवे समय-समय पर विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। छठ पूजा दीपावली आज मौका पर घर आने के लिए लोगों को बहुत ही समस्या होती है। हम लगातार सांसदों और अन्य जनप्रतिनिधियों से यूपी और बिहार के लिए तेलंगाना से नई ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना में जौनपुर बनारस बलिया लखनऊ उन्नाव कानपुर के लाखों लोग रहते हैं। सभी लोग वहां दिन रात कठिन परिश्रम कर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी अपना योगदान दे रहे हैं। यहां के नेताओं को चाहिए की बनारस से ही तेलंगाना के लिए नई ट्रेन चलवाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए तेलंगाना दौरे पर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी की सरकार में केंद्रीय मंत्रियों को कई बार अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। श्री सिंह ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में इन नेताओं के करनी का फर्क चुनाव में जरूर दिखेगा। उन्होंने कहा कि जो हमारी मदद नहीं करेगा हम भी चुनाव में उसकी मदद नहीं करेंगे।