जब बात चावल और रोटी की होती है, तो एक बहस चल जाती है कि कौन सा बेहतर और स्वस्थ के लिए ज्यादा अच्छा है? दोनों में से किसी एक को खाने से आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, अगर इसका सही तरीके से सेवन किया जाए
। चावल दुनिया भर में अधिक खाया जाने वाला भोजन है। वहीं, रोटी ब्रेड का ही एक प्रकार है जो भारतीय भोजन से जुड़ी होती है। रोटी को पूरे गेहूं के आटे या अन्य साबुत अनाज के आटे से बनाया जा सकता है। चावल भी कई तरह का होता है- भूरे, लाल और काले रंग से विभिन्न प्रसंस्करण विधियों में जो पार्बल्ड या पॉलिश / मिल्ड चावल देते हैं। इस लेख में, हम पूरे गेहूं की रोटियों और मिल्ड चावल के बारे में बात करेंगे, क्योंकि वे आम तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं।
चावल और रोटी के पोषक तत्व
मात्रा – 30gm | ऊर्जा Kcal | ऊर्जा gm | प्रोटीन gm | फैट gm | फाइबर gm | फॉलेट µg | फॉसफोरस mg |
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ब्राउन राइज | 105.9 | 22.4 | 2.7 | 0.372 | 1.32 | 3.4 | 80 |
अधपका मील चावल | 105.4 | 23.1 | 2.34 | 0.165 | 1.1 | 2.9 | 42 |
कच्चा मील का चावल | 109.6 | 23.4 | 2.38 | 0.156 | 0.84 | 2.7 | 28.8 |
गेहूं का आटा | 98.7 | 19.25 | 3.17 | 0.459 | 4.54 | 8.7 | 94.5 |
चावल में प्रोटीन की मात्रा | रोटी में प्रोटीन की मात्रा
आमतौर पर अनाज को प्रोटीन के स्रोत के तौर पर कम ही देखा जाता है। क्योंकि अनाज से मिलने वाले प्रोटीन की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं होती। जब प्रोटीन की बात आती है, तो हम आपको बता दें कि चावल और रोटी की तुलना में रोटी अधिक मात्रा में प्रोटीन प्रदान करती है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि चावल से मिलने वाले प्रोटीन की गुणवत्ता बेहतर होती है, क्योंकि इसमें अमीनो एसिड लाइसिन की मात्रा
अधिक होती है। जब यह दाल के साथ खाया जाता है, तो भोजन की प्रोटीन की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अलावा, चावल ग्लुटन फ्री (rice is gluten-free) होता है, जबकि गेहूं में ग्लूटन मौजूद होता है। ग्लूटन के कई नुकसान हो सकते हैं। ग्लुटेन का सेवन सीलिएक रोग के रोगियों द्वारा नहीं किया जा सकता है।
चावल में फैट की मात्रा | रोटी में फैट की मात्रा
ज्यादातर अनाज में फैट कम होता है। दोनों ही चीजों रोटी और चावल में फैट की मात्रा कम होती है।
चावल में फाइबर की मात्रा | रोटी में फाइबर की मात्रा
यहां रोटी को बड़ी जीत मिलती है। जब आप बात करते हैं रोटी और चावल की तुलना की, वह भी फाइबर के स्तर पर तो रोटी चावल से कहीं बेहतर है। जब आप रोटी की तुलना ब्राउर राइज से भी करते हैं, तो यह भूरे रंग के चावल की तुलना में फाइबर में अधिक है, क्योंकि रोटी में अघुलनशील फाइबर होता है। फाइबर के फायदे तो हम सभी जानते है। फाइबर क्या होता है, भोजन में फाइबर के फायदे के बारे में हम आपको बता देते हैं कि फाइबर एक ऐसा न पचने वाला पदार्थ है, जो पौधे से कार्बोहाइड्रेट के रूप में निकाला जाता है. यह दो प्रकार का होता है- एक घुलने वाला और एक न घुलने वाला। नाम से जाने जा रहे घुलने वाला फाइबर, पानी में मिल जाता है। अगर आप अपने आहार में इस फाइबर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह पेट में जाकर जैल (गाढ़ा तरल पदार्थ) बन जाता है, जो कि शरीर द्वारा अवशोषित अनावश्यक खाने के भाग को रोकने में मदद करता है। इसका मतलब घुलने वाला फाइबर शरीर में कोलेस्टेरॉल बनने से रोकता है। दूसरी ओर, न घुलने वाला फाइबर लेने से पेट आसानी से साफ हो जाता है। अगर आप अपनी डाइट में फाइबर नहीं लेते हैं, तो इससे आपको कब्ज की परेशानी हो सकती है। तो कुल मिलकार रोटी और चावल में से क्या खाना चाहिए, इस जंग में फाइबर की मात्रा को लेकर जीत रोटी की होती है।