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ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने नवजात बच्चे को दिया उस डॉक्टर का नाम, जिसने बचाई जान

Publish Date: | Sun, 03 May 2020 10:02 AM

32 साल के साइमंड्स ने अपने बेटे की तस्वीर इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा- विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन का जन्म 29.04.20 को हुआ।

लंदन। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने नवजात बच्चे का नाम उस डॉक्टर के नाम पर रखा है, जिसने इलाज कर कोरोना वायरस के संक्रमण से उनकी जान बचाई। जॉनसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने अपने नवजात बेटे का नाम विल्फ्रेड लॉरी निकोलस रखा है। बताते चलें कि कई हफ्तों तक कोरोना से संक्रमित होने के बाद बोरिस जॉनसन को आईसीयू में रखा गया था। इसके बाद जब वह इलाज कराकर काम पर वापस लौटे, तो उसके कुछ दिनों के बाद बुधवार को बोरिस जॉनसन को पिता बनने की खुशखबरी मिली।

32 साल के साइमंड्स ने अपने बेटे की तस्वीर इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा- विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन का जन्म 29.04.20 को सुबह 9 बजे हुआ। उन्होंने कहा- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन अस्पताल में अविश्वसनीय एनएचएस प्रसूति टीम के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, जिसने हमें इतनी अच्छी तरह से देखा। मेरे लिए इससे ज्यादा और कोई खुशी की बात नहीं हो सकती। मेरा दिल भर गया है।

यह साइमंड्स का पहला बच्चा है, जबकि 55 वर्षीय जॉनसन पांच बच्चों के पिता हैं। इसमें उनकी दूसरी पत्नी मरीना व्हीलर के चार बच्चे शामिल हैं। जॉनसन साल 2018 में मरीना से अलग हो गए थे। जॉनसन के प्रवक्ता ने इस सप्ताह संवाददाताओं से कहा कि उम्मीद की गई थी कि वे भविष्य में किसी समय वैधानिक पितृत्व अवकाश लेंगे। दंपति डाउनिंग स्ट्रीट में आधिकारिक रूप से एक साथ रहने वाले पहले अविवाहित जोड़े हैं और हाल के इतिहास में एक ब्रिटिश सेवारत प्रधानमंत्री के रूप में जन्म लेने वाले बच्चे तीसरे हैं।

टोनी ब्लेयर की पत्नी चेरी ने मई 2000 में बेटे लियो को जन्म दिया, जबकि डेविड कैमरन की पत्नी सामंथा की 2010 में बेटी फ्लोरेंस को जन्म दिया था।

प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है। साथियों, ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में lockdown की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है।

उन र गोपनीयता

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राष्‍ट्र के नाम संबोधन दे हैं। उन्‍होंने जनता कर्फ्यू का जिक्र करते हुए कहा कि 22 मार्च को पूरे देश की जनता ने इसमें भरपूर योगदान दिया। हर वर्ग के लोगों ने एकजुट होकर जिम्‍मेदारी के साथ इसे सफल बनाया। उन्‍होंने कहा कि कोरोना एक वैश्‍विक महामारी है। इसे फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण के क्रम को हमें तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलत फहमी में हैं कि सोशल डिस्‍टेंस केवल मरीज के लिए आवश्‍यक है। यह गलत सोच है। यह हर नागरिक के लिए है। यह प्रधानमंत्री के लिए भी है। यह आपके परिवार को, आपके दोस्‍तों को और आगे चलकर पूरे देश को बहुत बड़ी तकलीफ दे सकता है। अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकाना पड़ सकती है। और इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।

मैंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि इस समय उनकी पहली प्राथमिकता, सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं ही होनी चाहिए, हेल्थ केयर ही प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन साथियों,ये भी ध्यान रखिए कि ऐसे समय में जाने-अनजाने कई बार अफवाहें भी फैलती हैं। मेरा आपसे आग्रह है कि किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से बचें। मेरी आपसे प्रार्थना है कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान, बिना डॉक्टरों की सलाह के, कोई भी दवा न लें। किसी भी तरह का खिलवाड़, आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। मुझे विश्वास है हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉकडाउन,लंबा समय है, लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है।

वे कोरोना वायरस Coronavirus COVID-19 के बढ़ते खतरे को लेकर देशवासियों के प्रति कुछ बातें कह रहे थे। मोदी ने आज दिन में Tweet करते हुए इसकी सूचना दी थी। उन्‍होंने कहा था कि, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करूंगा। आज, 24 मार्च रात 8 बजे देश को संबोधित करूंगा।