त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची शनिवार को जारी कर दी गई। इस सूची ने कई दावेदारों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। वे आरक्षण की नई लिस्ट में चुनाव मैदान से बिना लड़े ही बाहर हो गए हैं। इसके विपरीत कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पिछले आरक्षण से निराश थे अब नये आरक्षण से उनके चेहरे पर खुशी है क्योकि अब वे भी चुनाव मैदान में उतर सकेंगे। सबसे ज्यादा फेरबदल ग्राम प्रधानों के आरक्षण में हुआ है। नए आरक्षण में करीब एक सैकड़ा ग्राम पंचायतें प्रभावित हुईं हैं। जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान, बीडीसी के बदले आरक्षण से जिले के राजनैतिक समीकरण भी बदल गए हैं।
शनिवार को दोपहर आरक्षण सूची जारी कर दी गई। यहां विकास भवन पर आरक्षण सूची चस्पा करने के साथ ही ब्लाक मुख्यालयों पर भी आरक्षण की सूची चस्पा कर दी गई। इसे देखने के लिए सुबह से ही लोग पहुंचने लगे थे। सूची देखकर कई दावेदारों और उनके समर्थकों के चेहरे लटक गए। क्योंकि आरक्षण की स्थिति ने उन्हे बिना लड़े ही चुनाव मैदान से बाहर कर दिया। ऐसे बहुत से दावेदार जो पिछले काफी दिनों से चुनाव की तैयारी कर रहे थे वे अब चुनाव मैदान में नहीं उतर पाएंगे। आरक्षण सूची पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगा दिए जाने के बाद लोगों को चिंता बढ़ गई थी। आरक्षण में हुए इस फेरबदल ने कई लोगों को खुश भी कर दिया है क्योंकि जो नया आरक्षण शनिवार को आया है वह उनके अनुकूल है और वे इस नये आरक्षण में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। कुछ सीटें जो महिलाओं के लिए आरक्षित घोषित की गई हैं उनमें दावेदार अपनी पत्नियों को मैदान में उतारने की कवायद कर रहे हैं।
ब्लॉक प्रमुख का आरक्षण
पद आरक्षण
सैफई सामान्य
ताखा ओबीसी महिला
बसरेहर अनारक्षित
जसवंतनगर महिला
भरथना एससी
बढ़पुरा ओबीसी
महेवा एससी महिला
चकरनगर ओबीसी
जिला पंचायत सदस्यों का आरक्षण
पद आरक्षण
ताखा प्रथम ओबीसी
ताखा द्वितीय अनारक्षित
ताखा तृतीय ओबीसी
बसरेहर प्रथम अनारक्षित
बसरेहर द्वितीय एससी
बसरेहर तृतीय ओबीसी
सैफई प्रथम अनारक्षित
सैफई द्वितीय अनारक्षित
जसवंतनगर प्रथम एससी महिला
जसवंतनगर द्वितीय ओबीसी महिला
जसवंतनगर तृतीय अनारक्षित
भरथना प्रथम अनारक्षित
भरथना द्वितीय एससी
भरथना तृतीय एससी महिला
बढ़पुरा प्रथम ओबीसी
बढ़पुरा द्वितीय ओबीसी महिला
बढ़पुरा तृतीय महिला
महेवा प्रथम अनारक्षित
महेवा द्वितीय महिला
महेवा तृतीय एससी
महेवा चतुर्थ महिला
महेवा पंचम एससी
चकरनगर प्रथम महिला
चकरनगर द्वितीय अनारक्षित
दोबारा मैदान में नहीं उतर पाएंगे कई ब्लाक प्रमुख
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिले में जो आठ ब्लाक प्रमुख के पद हैं उनका आरक्षण बदल गया है। इसी महीने की दो तारीख को जो आरक्षण जारी हुआ था उसकी तुलना में आधे ब्लाकों का आरक्षण बदल गया है। अब महेवा व भरथना एससी के लिए आरिक्षत हो गई हैं। एशिया के प्रथम ब्लाक महेवा के ब्लाक प्रमुख का पद भी एससी महिला के लिए आरक्षित हो गया है। यहां से भाजपा के अशोक चौबे ब्लाक प्रमुख हैं। वे अब चुनाव मैदान में नहीं उतर पाएंगे। भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शिव महेश दुबे का भी यह गृह क्षेत्र है और उनकी पत्नी मृदुला दुबे एक बार ब्लाक प्रमुख भी रह चुकीं हैं लेकिन आरक्षण के चलते अब उनके कोई परिजन चुनाव मैदान में नहीं उतर पाएंगे। यहां से ब्लाक प्रमुखी का चुनाव लड़ चुके र्गोंवद त्रिपाठी भी नये आरक्षण में चुनाव मैदान से बाहर हो गए हैं।
बदले हुए आरक्षण में इस बार बढ़पुरा को ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया है। यहां से भी ब्लाक प्रमुख पद के लिए कई दावेदार अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रदीप चौहान भुल्लन इस नये आरक्षण में चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। बसपा से समाजवादी पार्टी में गए वीरु भदौरिया भी अपने परिवार के व्यक्ति को इस नये आरक्षण के चलते प्रमुखी के चुनाव मैदान से ही बाहर हो गए हैं। विधायक सरिता भदौरिया के देवर पूर्व प्रमुख विवेक भदौरिया के भी मंसूबों पर पानी फिर गया है। बसरेहर ब्लाक प्रमुख का पद अनारक्षित है। यहां से ब्लाक प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के फूफा डा. अजंट सिंह यादव हैं, वे नये आरक्षण में भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसके विपरीत जसवंतनगर ब्लाक प्रमुख का पद महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। भरथना के ब्लाक प्रमुख का पद इस बार एससी के लिए आरक्षित हुआ है अब यहां से वर्तमान ब्लाक प्रमुख हरिओम यादव दोबारा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। चकरनगर ब्लाक प्रमुख का पद ओबीसी किया गया है।