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गोरखपुर के माफिया सुधीर पर कसा शिकंजा, खुलेगी छोटू हत्याकांड की फाइल

माफिया सुधीर सिंह पर शिकंजा कसने के लिए बहुचर्चित छोटू सिंह हत्याकांड की फाइल अब फिर खुलेगी। पुलिस ने हत्याकांड की फाइल तलाशनी शुरू की तो फाइल भी गायब बताई जा रही है। फिलहाल फाइल गायब होने से भी हड़कम्प मचा है। माना जा रहा है कि जानबूझ कर फाइल को गायब किया गया है। एसएसपी ने फाइल की तलाश कराकर जांच के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने बताया कि इस घटना में माफिया सुधीर सिंह और उसके सहयोगियों का नाम सामने आया था। लेकिन इसकी पत्रावली जानबूझकर गायब कर दी गई है। इसलिए मामले की पड़ताल दोबारा कराई जाएगी

गुलरिहा क्षेत्र के शिवपुर सहबाजगंज निवासी अजय दुबे के भाई के ब्रह्मभोज में 10 नवंबर 2013 को शिवपुर सहबाजगंज, संगम चौराहा निवासी बिजेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह शामिल होने गए थे। वहीं पर कार्बाइन और पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी थी। ब्रह्मभोज में पहुंचे छोटू सिंह पर अचानक बदमाशों ने हमला किया था। आरोप है कि उस समय फोर व्हीलर में मौजूद रहे माफिया और उसके साथियों ने फिल्मी अंदाज में गोलियां चलाई थीं। इसमें चार अन्य लोग भी घायल हुए थे। घटना में छोटू सिंह की पत्नी ने सुधीर सिंह, उसके भाई उदयवीर सिंह सहित 10 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया था। तब पुलिस ने सुधीर सिंह के नजदीकी रिश्तेदार को गिरफ्तार करके फोर व्हीलर बरामद किया था।

देवरिया ट्रांसफर हो गई थी विवेचना

इस मामले में गोरखपुर पुलिस प्रभावी कार्रवाई करती, इसके पहले राजनीतिक रसूख की वजह से यह विवेचना देवरिया जिले में ट्रांसफर हो गई थी। देवरिया क्राइम ब्रांच में तैनात रहे एसआई बीबी सिंह ने सुधीर सिंह सहित चार को क्लीनचिट दे दी। मामले की जानकारी होने पर तत्कालीन एसएसपी आरके भारद्वाज ने डीआईजी और आईजी को पत्र लिखकर मामले की दोबारा जांच कराने की मांग की थी। तब सामने आया कि घटना के गवाह अपने बयान से मुकर गए हैं। विवेचक ने वादी के समझौता करने का हवाला देते हुए सुधीर सिंह का नाम बाहर कर दिया। सीनियर पुलिस अफसरों के ट्रांसफर के बाद मामला दबता चला गया।

अचानक सामने आया प्रकरण, तलाश रहे फाइल

करीब सात साल बाद छोटू सिंह प्रकरण का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकला है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है छोटू सिंह हत्याकांड में माफिया सुधीर सिंह का नाम आया था। उस मामले में आखिर क्या कार्रवाई हुई यह जानने के लिए संबंधित पत्रावली की तलाश की गई तो वह गायब मिली। पता चला कि इस प्रकरण में तीन के खिलाफ चार्जशीट फाइल हुई थी। पर फाइल किन परिस्थितियों में लापता हुई है। यह हैरान करने वाली बात थी यही वजह है कि इस प्रकरण की जांच अब एसएसपी ने शुरू करा दी है।

सुधीर के खिलाफ दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं

सहजनवा क्षेत्र के कालेसर गांव निवासी माफिया सुधीर सिंह पर दो दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाओं के मुकदमे दर्ज हैं। उस पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई हो चुकी है। लखनऊ में एक पूर्व सांसद की हत्या और कैंट, शाहपुर सहित जिले के कई थानों में केस दर्ज है। पूर्व सांसद की हत्या के मामले में लखनऊ के विकासनगर कालोनी में सुधीर पर केस दर्ज है। कुछ मामलों में सुधीर बरी हो गया है तो कुछ में पुलिस ने विवेचना में नाम निकाल दिया है।

बोले एसएसपी

बिजेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह हत्याकांड की फाइल खंगालने का निर्देश दिया गया है। इसकी पत्रावली गायब हो गई है। इसके पीछे किसका हाथ है। इस बात की जांच कराई जा रही है। छोटू सिंह हत्याकांड के पूरे प्रकरण की फिर से पड़ताल कराई जाएगी।