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पाकिस्तान को डराने लगा कोरोना का एप्सिलॉन स्ट्रेन, वैक्सीन को आसानी से दे सकता है चकमा

पाकिस्तान में कोरोना  के मामलों में वृद्धि के बीच, यहां वायरस के एप्सिलॉन स्ट्रेन के पांच मामले सामने आए हैं। डॉन में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, मामलों का पता लगाने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान में कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार एप्सिलॉन स्ट्रेन को अधिक खतरनाक माना जाता है और इसे टीकाकरण वाले लोगों के लिए एक नया खतरे के रूप में देखा जा रहा है। 

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लाहौर में पाया गया एप्सिलॉन स्ट्रेन डेल्टा की तुलना में अत्यधिक जानलेवा है। पहली बार भारत में पाया गया डेल्टा स्ट्रेन, पाकिस्तान में कोविड -19 का सबसे प्रमुख स्ट्रेन बन गया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में, पंजाब प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य विभाग की सचिव सारा असलम ने कहा, “हमारे विभाग ने लाहौर में 23 संदिग्ध सैंपल एकत्र किए थे और उनमें से पांच में एप्सिलॉन पाया गया है।”

क्या है एप्सिलोन वेरिएंट?

कोरोना वायरस का एप्सिलोन वेरिएंट एंटी कोविड वैक्सीन से मिले एंटीबॉडीज और कोरोना से उबरने पर बनी एंटीबॉडीज को भी चकमा दे सकता है। बताया जा रहा है कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में बीते साल पहली बार पाए गए एप्सिलोन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में तीन म्यूटेशन हुए हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये वेरिएंट मोनोक्लोनल और लैब में तैयार एंटीबॉडीज को भी धोखा दे सकता है। एप्सिलोन वेरिएंट अब तक 34 देशों में पाया जा चुका है। एप्सिलोन वेरिएंट को CAL.20C के नाम से भी जाना जाता है। शरीर में एंटीबॉडीज को चकमा दे सकने वाले इस वेरिएंट को डेल्टा से भी खतरनाक माना गया है।