तालिबान और पाकिस्तान की गठजोड़ की खबरों के बीच पाकिस्तान को बड़ी राहत मिली है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री ने कहा है कि तालिबान ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वह अपनी जमीन से पाकिस्तान पर हमले नहीं होने देंगे। बता दें कि पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान सक्रिय है। हालांकि इसका अफगानिस्तान के तालिबान से कुछ लेना-देना नहीं है। फिर भी अफगानिस्तान में तालिबान राज स्थापित होने के बाद इस बात की आशंकाएं जताई जा रही थीं कि यह पाकिस्तानी तालिबान को सपोर्ट दे सकता है। लेकिन तालिबान के आश्वासन के बाद फिलहाल पाकिस्तान राहत की सांस ले सकता है।
पाकिस्तान पर हमले कर चुका है तहरीक-ए-तालिबान
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान राज के बाद उनके मंत्रालय को कुछ खुफिया सूचनाएं मिली थीं। इन सूचनाओं के मुताबिक पाकिस्तान स्थित तहरीर-ए-तालिबान के कुछ सदस्यों को अफगानिस्तान की जेल से छोड़ा गया था। अहमद ने बताया कि इस्लामाबाद ने इस सूचना पर तालिबान से संपर्क किया था। गौरतलब है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पर कई हमलों को अंजाम दे चुका है। 2014 में ऐसे ही एक बड़े हमले में 154 लोगों की जान चली गई थी। इसमें ज्यादातर स्कूली बच्चे थे।
अफगानिस्तान में तहरीक के छुपे होने का आरोप
इस्लामाबाद का आरोप है कि पाकिस्तानी तालिबान पिछले कई साल से अफगानिस्तान में छुपा हुआ है। इस दौरान अहमद ने कहा कि पाकिस्तान 2000 से ज्यादा विदेशियों और पाकिस्तानी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकलने में मदद कर चुका है। हवाई और जमीनी रास्ते से इस मिशन में मदद की गई है। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर काबुल छोड़ रहे सभी डिप्लोमेट्स, विदेशियों और पत्रकारों को ऑन अराइवल वीजा दिया जा रहा है।