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ISRO की कामयाबी, गगनयान के लिए एक और तकनीक का सफल परीक्षण

देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ को सफल बनाने में जुटे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथ एक और कामयाबी लगी है। इसरो ने शनिवार को गगनयान के सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (एसएमपीएस) के सिस्टम डिमॉन्स्ट्रेशन मॉडल (एसडीएम) का पहला हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक किया। गगनयान का सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम 450 सेकंड के लिए चलाया गया था। यह सिस्टम गगनयान कैप्सूल में लगाया जाएगा, जिससे भारतीय अंतरिक्ष यात्री धरती के ऊपर जाएंगे।

इसरो ने बताया कि यह परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरी स्थित इसरो प्रोपल्शन कॉम्पलेक्स (आईपीआरसी) में किया गया। अभी इसके और कई हॉट टेस्ट होने बाकी हैं। इस परीक्षण के लिए जो मानक तय किए गए थे, उसमें इस सिस्टम ने खुद को साबित किया है। यह मॉड्यूल गगनयान के क्रू-मॉड्यूल के नीचे लगा होगा। यह धरती पर लौटते समय काम आएगा।

इस मॉड्यूल में यूनिफाइड बाइप्रोपेलेंट सिस्टम लगा है। इसमें पांच इंजन हैं जो 440 न्यूटन की ताकत पैदा करते हैं। इसके अलावा 16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (आरसीएस) है, जो 100 न्यूटन की ताकत पैदा करता है। ये छोटे थ्रस्टर्स हैं जो एमओएन-3 और एमएमएच को बतौर ऑक्सीडाइजर और ईंधन के रूप में उपयोग करेंगे। मालूम हो कि इससे पहले 14 जुलाई को इसरो ने गगनयान मिशन के विकास इंजन के लॉन्ग ड्यूरेशन हॉट टेस्ट का तीसरा सफल परीक्षण किया था।