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भारत में टीकाकरण की रफ्तार अन्य देशों से बेहतर, देखें कहां कितने लोगों को अब तक दी गई वैक्सीन

भारत ने 7 सितंबर तक लगभग 54 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी है। टीकाकरण की यह रफ्तार भारत को उन देशों में सबसे बड़ा देश बनाती है जहां वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी गई हो। उदाहरण के लिए, इजराइल ने 55 लाख लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया है, लेकिन जनसंख्या के संबंध में यह भारत के लिए केवल 17.7% ही है।

‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ ने राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग द्वारा मार्च 2021 के लिए जनसंख्या पूर्वानुमान का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर टीकाकरण की गई आबादी के अनुपात का अनुमान लगाया है। देश में 5 सितंबर से पहले कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक प्राप्त करने वाले वयस्कों का अनुपात 57.8% था। वहीं, पूरी तरह से टीकाकृत वयस्कों का अनुपात 17.6% था। आईए जानते हैं कि टीकाकरण को लेकर क्या रफ्तार है देश में।

दुनिया के टॉप-10 देश, जहां पूरी तरह लोगों का टीकाकरण हुआ:

पुर्तगाल-76.85%
कनाडा-67.51%
नीदरलैंड-62.86%
इजराइल-62.7%
इटली-62.01%
ऑस्ट्रिया-57.98%
यूनान-55.7%
चेकिया-53.9%
फिनलैंड-53.27%
संयुक्त राज्य अमेरिका-53%
भारत-11.7%

(स्रोत: आवर वर्ल्ड इन डेटा, को-विन डैशबोर्ड, नेशनल कमीशन ऑन पॉपुलेशन)

सबसे अच्छे और सबसे खराब प्रबंधित जिले
पांच सबसे अच्छे टीकाकरण वाले जिले कोलकाता (76.1%), दीव (72%), लद्दाख में लेह (71.7%), गुड़गांव (64.3%) और अरुणाचल प्रदेश में पापुम पारे (59.6%) हैं। वहीं,पांच सबसे कम पूर्ण टीकाकरण वाले जिले उत्तर प्रदेश में हैं। इनमें कानपुर ग्रामीण (2.97%), बदायूं (4.35%), कन्नौज (4.57%), हरदोई (4.67%) और चित्रकूट (4.75%) शामिल हैं। कम से कम एक खुराक प्राप्त करने वाले वयस्कों के अनुपात में शीर्ष पांच जिले दीव (210%), कोलकाता (184%), हिमाचल में सोलन (170%), गुड़गांव (150%) और पूर्वी सिक्किम (149%) हैं। सबसे अच्छे और सबसे खराब जिलों का प्रदर्शन उनके संबंधित राज्यों के प्रदर्शन का सूचक नहीं है।टीकाकरण में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की स्थिति
क्या भारत का टीकाकरण अभियान ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचा है, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। 2011 की जनगणना से कुल जनसंख्या के आंकड़ों के आधार पर एक जिले को ग्रामीण (ग्रामीण क्षेत्रों में 60% से अधिक आबादी), शहर (40% से कम आबादी) और मिश्रित (40% -60% ग्रामीण आबादी) के रूप में वर्गीकृत करने के लिए किया है। आंकड़ों के मुताबिक, शहरी, मिश्रित और ग्रामीण क्षेत्रों में कुल वयस्क आबादी का 14.5%, 13.9% और 71.6% था। सभी राज्यों और संघ क्षेत्रों में जिलों की तीनों श्रेणियां नहीं थीं। उदाहरण के लिए बिहार में केवल मिश्रित और ग्रामीण जिले थे, और गोवा में केवल जिले थे। 5 सितंबर तक कम से कम एक खुराक प्राप्त करने वाले वयस्कों का अनुपात जिलों के लिए 75.6%, मिश्रित जिलों के लिए 61.41% और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 53.56% था। पूर्ण टीकाकरण के संबंधित आंकड़े 28.01%, 21.36% और 14.80% हैं।