महमूद अहमदीनेजाद ईरान के राष्ट्रपति रहे हैं। उन्होंने तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान को लेकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि पंजशीर की लड़ाई में पाकिस्तान के अधिकारी सीधे तौर पर शामिल हैं।
अहमदीनेजाद ने पाकिस्तान को सलाह देते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में जो हुआ है उसका असर पाकिस्तान पर भी पड़ने वाला है। इसका विस्तार पाकिस्तान तक हो सकता है। और जिन देशों ने इसे डिजायन किया है और समर्थक हैं उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा है कि कोई यह न समझे कि मैं किसी अज्ञात भविष्य के बारे में बात कर रहा हूं। यह बहुत नजदीक है और जल्द ही होगा।
अहमदीनेजाद ने कहा है अफगानिस्तान में जो कुछ हो रहा है, उसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। और इसका सबसे खासा असर पाकिस्तान, भारत, चीन और ईरान जैसे देशों पर पड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के हालात को सुलझाने के लिए भारत और ईरान को साथ आने की जरूरत है। राजनीतिक और मानवीय मुद्दों के ढांचे में इसे हल करने की योजना बनानी चाहिए।तालिबान सरकार को मान्यता देने को लेकर उन्होंने कहा है कि ऐसी सरकार को मान्यता देना जिसने हथियारों के बल पर सत्ता संभाली है और जिसकी कोई नीति नहीं है, यह शर्म की बात है। यह पूरे मानव समाज को नुकसान पहुंचाएगा।