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सरकार तो बना लिए पर चलेगी कैसे? अफगानिस्तान के PM अखुंद ने पूर्व कर्मचारियों से की यह अपील

अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन के बाद अब तालिबान को मैनपावर की कमी महसूस होने लगी है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री की गद्दी संभालने के दो दिन बाद ही मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद ने पिछली सरकारों के पूर्व कर्मचारियों और अधिकारियों से देश वापस लौटने की अपील की है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने पिछले सरकार के कर्मचारियों को पूरी सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है। अखुंद ने कहा कि खून-खराबे का वक्त अब बीत गया है और उन्हें अब युद्ध से तबाह राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए काम करना है।

अल-जज़ीरा समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार मुल्ला हसन ने बुधवार को कहा, ‘हमने अफगानिस्तान में इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए एक भारी कीमत चुकाई है। अखुंद का यह बयान अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन के एक दिन बाद आया था। उन्होंने कहा, ‘हम पिछली सरकारों के अधिकारियों से उनके देश लौटने की अपील करते हैं क्योंकि हम उन्हें उनके जीवन की पूरी सुरक्षा देंगे। हमें युद्ध से तबाह अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिए बड़ा कार्य का समाना करना पड़ रहा है।

बता दें कि अगस्त के मध्य में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया और फिर पुरानी सरकार को खदेड़ते हुए पूरे देश पर खुद कब्जा कर लिया था। तालिबान की ओर से गठित नई सरकार में कई ऐसे सदस्त हैं जिनकी गिनती खूंखार आतंकवादियों में होती है। अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार में कम से कम 14 ऐसे सदस्य हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकियों की ब्लैक लिस्ट में है। जिनमें कार्यवाहक प्रधान मंत्री मुल्ला हसन और उनके दोनों प्रतिनिधि शामिल हैं। सरकार में शामिल टॉप फाइव सदस्य ऐसे हैं जिन्हें कभी ग्वांतानामो बे जेल में रखा गया था।