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नामांकन के पहले प्रत्याशी खोल लें अपना बैंक खाता

election-commission_1483964490 (1)वाराणसी : चुनाव में शुचिता बनाए रखने के लिए धनबल और बाहुबल पर निर्वाचन आयोग की विशेष नजरें हैं। इसी क्रम में वाराणसी में पार्टियों व प्रत्याशियों द्वारा व्यय की जाने वाली धनराशि पर नजर रखने के लिए चीफ ट्रेजरी आफिसर (सीटीओ) बाल मुकुंद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। पार्टी व प्रत्याशी कैसे आय-व्यय का विवरण रखें, इस संबंध में दैनिक जागरण प्रतिनिधि से बातचीत में सीटीओ ने बताया कि थोड़ी सजगता से आय-व्यय विवरण आसानी से रखा जा सकता है।

सीटीओ ने बताया कि प्रत्याशियों के लिए आय-व्यय का विवरण रखने का काम उस दिन से शुरू हो जाएगा जब वो नामांकन करेंगे। इसके लिए नामांकन से पहले बैंक में एक खाता खुलवाना होगा जिसका विवरण नामांकन के दौरान देना होगा। इसी खाते से चुनाव संबंधी सारा खर्च करना होगा। 20 हजार रुपये से अधिक का चंदा मिलता है तो इसी में जमा कराना होगा। चुनाव की घोषणा होने के पहले का खाता मान्य नहीं होगा। नामांकन में शामिल वाहन आदि से लेकर मतगणना तक के एक-एक रुपये के खर्च का विवरण रजिस्टर में दर्ज करना होगा। एक बात का और ध्यान रखना है कि जिस दिन नामांकन हो उसके बाद मतगणना तक कम से कम 3 बार खर्च का विवरण पर्यवेक्षक के सामने पेश करें। विवरण देने के बीच में तीन दिन का अंतर होना चाहिए। खर्च का विवरण रखने के लिए नामांकन के दौरान प्रत्याशियों को रजिस्टर मिलेगा। इसके साथ ही खर्च की दरों की सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें चाय, वाहन से लेकर लाउडस्पीकर आदि तक का रेट होगा। रेट को आसपास के जिलों को ध्यान में रख कर न्यूनतम स्तर पर रखा गया है। ध्यान रखें कि सभी प्रत्याशियों पर फ्लाइंग स्क्वॉयड, वीडियो सर्विलांस, स्टैटिक सर्विलांस और एकाउंट सर्विलांस टीम नजर रख रही है। जिस प्रकार आप अपना रजिस्टर तैयार कर रहे हैं उसी प्रकार आय-व्यय रखने वाली टीम भी आपका एक शैडो रजिस्टर तैयार कर रही है। इस कारण रजिस्टर का मिलान करने में की गई धांधली से आप पकड़े जा सकते हैं। धन के घालमेल का आरोप साबित होने पर प्रत्याशिता और निर्वाचन तक रद हो सकता है।

प्रत्याशियों के लिए महत्वपूर्ण

-बैंक से जो धन लें, उसकी रसीद रखें

-जो खर्च करें उसकी भी पूरी रसीद रखें

-एटीएम और आरटीजीएस की लिस्ट हो

-सारा आय-व्यय रजिस्टर में दर्ज करें

-कैश देने वाले का पूरा नाम-पता रखें

-आरओ से मिले रजिस्टर के पेज जांचें

-आप पर कई टीमें रख रही हैं नजर

पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण

-चुनाव घोषणा के दिन से रखें हिसाब

-रैली, सभा, पंडाल की अनुमति लें

-वाहनों के प्रयोग की अनुमति रखें

-स्थानीय पार्टियां भी खाता खोल लें

-अपने प्रत्याशियों को दी गई प्रचार सामग्री का रखें हिसाब

-चुनाव बाद आयोग को दें रिपोर्ट।