उत्तराखंड में बीते दिनों आई आपदा के दौरान सुंदरढूंगा ग्लेशियर क्षेत्र में लापता पांच लोगों के शव बचाव दल को सोमवार को दिखाई दिए थे। शव बर्फ में दबे हुए हैं। भारी बर्फबारी और मौसम खराब होने के कारण शवों को वहां से निकालना संभव नहीं हो पाया था। इसलिए आज फिर एसडीआरएफ की टीम शवों का वहां से निकलाने की कोशिश करेगी।
एक ट्रैकर का नहीं कोई सुराग
ट्रैकिंग दल के एक सदस्य की दल को अब भी तलाश है। लापता ट्रैकिंग दल में पांच ट्रैकर और एक गाइड शामिल था। जिला प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि खोजबीन के लिए गए एसडीआरएफ के 13 सदस्यी दल ने सोमवार को देवीकुंड क्षेत्र में नाकुंड और भनार के समीप पहुंच कर तीन किमी की परिधि में खोजबीन की। लेकिन इस दौरान पांच शव ही दिखे। छठे ट्रैकर की जानकार नहीं मिल सकी। उसकी खोज के लिए आज फिर से बचाव अभियान चलाया जाएगा।
चमोली: मलबे में दबे लोगों की खोज में जुटी एसएसबी
मलबे में दबे डुंग्री गांव के दो लोगों का आज आठवें दिन बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। अब खोज के लिए एसएसबी के साथ ही डॉग स्क्वायड भी उनकी खोज में जुटी हुई है। ग्राम प्रधान नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि पिछले दिनों अतिवृष्टि के दौरान ग्राम पंचायत डुंग्री के आल्यूं तोक में पानी की खराब लाइन ठीक करने गए गांव के दो लोग पहाड़ी से आए मलबे के नीचे दब गए थे।
सूचना पर एसडीआरएफ व एनडीआरएफ सहित रेगुलर पुलिस, राजस्व विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी रहीं। इस बीच सीएम ने भी डुंग्री गांव पहुंचकर लापता युवकों के परिजनों से मुलाकात कर प्रशासन को निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्य में कोई भी कोताही नहीं बरती जाए, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी दोनों लोगों का कुछ पता नहीं लग पाया है। एसएसबी की टीम और देहरादून से डाग स्क्वायड भी घटनास्थल पर दोनों लापता युवकों की तलाशी में जुटे हैं।
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