18 जनवरी के बाद दिल्ली में एक बार फिर कोरोना टीकाकरण में उछाल आया है। पिछले एक दिन में एक लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। इसके साथ ही कुल टीकाकरण तीन करोड़ पार हो गया है। राजधानी में पिछले साल 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हुआ था और अब तक 1.27 करोड़ वयस्क आबादी दोनों खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर चुकी है। हालांकि, आंकड़ों पर गौर करें तो अभी भी दिल्ली में पहली व दूसरी खुराक लेने वालों में 50 लाख का अंतर है।
कोविन वेबसाइट के अनुसार, मंगलवार शाम तक दिल्ली में कुल टीकाकरण तीन करोड़ पार हुआ है। अब तक 1.71 करोड़ वयस्क आबादी को सरकार पहली खुराक लगवा चुकी है, जबकि 1.27 करोड़ को दूसरी खुराक लगी है। इसी साल 10 जनवरी से शुरू हुए एहतियाती खुराक टीकाकरण के तहत अब तक 3.35 लाख फ्रंटलाइन वर्कर और पहले से बीमार 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले तीसरी खुराक भी हासिल कर चुके हैं। इसी तरह 15 से 17 वर्ष की आयु में किशोर टीकाकरण की स्थिति देखें तो दिल्ली में 10.06 लाख किशोर वैक्सीन ले चुके हैं। इनकी कुल आबादी 10.84 लाख अनुमानित है।
आंकड़ों के अनुसार, 18 जनवरी को एक दिन में 1.25 लाख लोगों को वैक्सीन लगी थी, लेकिन इसके बाद हर दिन टीकाकरण में कमी आती चली गई। 28 जनवरी को एक दिन में 57 हजार लोग ही वैक्सीन ले पाए, जिसके बाद टीकाकरण के दैनिक ग्राफ में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा था। पिछले एक दिन में 1.01 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन लेकर फिर से टीकाकरण के ग्राफ को बढ़ा दिया है।
केवल एक तिहाई गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण पूरा
स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मिली है कि दिल्ली में अभी तक एक तिहाई गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण ही पूरा हो पाया है। पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण में शामिल किया था। तब से अब तक दिल्ली में 18 हजार से अधिक महिलाओं को वैक्सीन की पहली खुराक लगाकर पंजीयन किया है, लेकिन इनमें से छह हजार महिलाओं ने दूसरी खुराक लेकर टीकाकरण पूरा किया है। अभी भी 12 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण बाकी है। इसके पीछे एक बड़ा कारण कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराक के बीच तीन माह का अंतर भी माना जा रहा है।