शाहजहांपुर। राजकीय मेडिकल कॉलेज की आवासीय कॉलोनी में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सफाई न होने के चलते कूड़ेदान से सड़क तक कूड़ा बिखरा पड़ा है। नालियों चोक होने की वजह से दुर्गंध से परेशान डॉक्टर समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने नगर निगम के आयुक्त को ज्ञापन भेजा है। हालांकि, नगर आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि कैंपस के अंदर सफाई कार्य कराने की जिम्मेदारी उनकी नहीं हैं। हालांकि, सहयोगवश सफाई करा दी जाएगी। वहीं मेडिकल कॉलेज प्राचार्य आवासीय क्षेत्र की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की बता रहे हैं।
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आवासीय कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। कूड़ेदान रखे होने के बावजूद सफाई न होने से कूड़ा सड़क तक फैल रहा। नालियों के चोक होने से पानी भी निकल नहीं पाता है। आवासीय कॉलोनी में सफाई कराने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने मंगलवार को नगर आयुक्त संतोष शर्मा को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज बनने के बाद स्टाफ की संख्या लगभग चार गुना बढ़ गई है। कूड़े की मात्रा भी प्रतिदिन अधिक हो रही है। सफाई कार्य न होने के चलते कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। दुर्गंध के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सफाई व्यवस्था बेहतर न होने के चलते संक्रामक रोग फैलने की संभावना बनी है। रोजाना सफाई के लिए पांच महीने पहले सीएमओ और नगर स्वास्थ्य अधिकारी से वार्ता हुई थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। जबकि नगर निगम की ओर से आवास विकास कॉलोनी बरेली मोड़, नवादा में प्रतिदिन सफाई कार्य होती है, पर मेडिकल कॉलेज कॉलोनी की उपेक्षा की जा रही है। ज्ञापन में सफाई कार्य प्रतिदिन कराए जाने की मांग की गई। ज्ञापन में डॉ.शहाबत हुसैन, डॉ. पीएस मौर्य, डॉ. अनुराग पाराशर, डॉ. एमएल अग्रवाल, डॉ. केसी वर्मा, संदेश कुमार, गीता देवी, निर्मला देवी, एसवी सचान, राजेश कुमार, सीएल वर्मा, सुभाष चंद्र कनौजिया, जयपाल सिंह, एसपी सिंह, रामू नायक, महेंद्र त्रिपाठी, मुसाहेब, सरला देवी, सेवाराम आदि के हस्ताक्षर हैं।
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आमने-सामने
-अभी हमें पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि, जिस विभाग का कैंपस होता है। सफाई का काम भी उसी को करना होता है। कैंपस की सफाई का काम नगर निगम का नहीं है। राजकीय मेडिकल कॉलेज को सफाई खुद ही खुद करानी चाहिए।
हमारी मदद चाहिए होगी तो सहयोग के तौर पर काम करा देंगे।
संतोष शर्मा, नगर आयुक्त
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-जिस जगह पर गंदगी फैली है। वह मेडिकल कॉलेज का नहीं, बल्कि आवासीय एरिया है। स्वास्थ्य विभाग नगर निगम को एक करोड़ रुपये घरों का कूड़ा उठाने के लिए देता हैं। उनके कूड़ेदान भी रखे हैं। सफाई कार्य भी नगर निगम को ही कराना चाहिए।
डॉ. राजेश कुमार, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज