रायपुर। सऊदी अरब,अमेरिका और लंदन,जैसे देशों में भी अब बेमेतरा जिले के नगर पंचायत नवागढ़ के काले चावल की बिक्री की जाएगी। पहली बार में 3 क्विंटल चावल का निर्यात किया जाएगा। विदेशों में चावल सहित अन्य किस्म के खाद्यान सामग्री का निर्यात करने वाली इंटरनेट मीडिया वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विदेशी उपभोक्ताओं को जानकारी मिलने पर किशोर राजपूत से 8,000 रुपये प्रति कुंतल में काला चावल खरीदेगी।
काला चावल (ब्लैक राइस) शुगर फ्री होने के अलावा कैंसर और बीपी जैसी बीमारियों के लिए कारगर है जिस कारण इसकी मांग विदेशों में भी बढ़ी है। नगर पंचायत नवागढ़ के युवा प्रगतिशील किसान किशोर कुमार राजपूत ने बताया कि उनके पास अभी 50 टन धान उपलब्ध हैं। कोविड 19 के कारण उठाव हुआ नहीं है, वर्तमान में 3 क्विंटल चावल का आर्डर मिला है।युवा किसान किशोर कुमार राजपूत ने बताया कि विगत छह महीनों से विदेश भेजने के लिए काले धान को खरीदने की बात हो रही थी लेकिन कीमत और उपज को लेकर बात नहीं बन रही थी, लेकिन इस बार सऊदी अरब के रियाद,अमेरिका के साइप्रस और वेस्टकोड राइस यूनाइटेड किंगडम लंदन में भेजने की तैयारी कर काले धान की बेहतर खेती कर किसानी का नया अध्याय लिखना शुरू किया।
50 एकड़ में किए है काले धान की खेती
शंकर नगर नवागढ़ निवासी युवा प्रगतिशील किसान किशोर कुमार राजपूत ने बताया कि पहले एक एकड़ में काले धान की खेती करते थे,लेकिन अब 50 एकड़ में स्वयं काला धान की खेती करते हैं।
गो आधारित प्राकृतिक तरीके से होती है इसकी खेती
ब्लैक राइस (काला धान) की खेती में यूरिया, डीएपी जैसे खतरनाक रसायन का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह धान पूर्णतः गोबर, गो मूत्र आधारित प्राकृतिक तरीके से निर्मित खाद से उगाया जाता है। इससे कम लागत में बेहतर मुनाफा मिलता है।
कई बीमारियों को दूर करने के लिए के इस चावल का करते हैं प्रयोग
ब्लैक राइस का उपयोग कई बीमारियों को दूर करने के लिए एक औषधि के रूप में भी किया जा सकता है। इसमें सबसे ज्यादा एंटी आक्सीडेंट होता है। साथ ही विटामिन ई, फाइबर और प्रोटीन अधिक पाया जाता है। जो कैंसर, शुगर और बीपी जैसी बिमारी को नियंत्रित करता है। पाचन क्रिया को भी बढ़ता है, और मोटापा भी इसके सेवन से धीरे धीरे कम होता है।