कानपुर के कल्याणपुर में नवविवाहिता ने बुधवार शाम अपनी मां से हंसी खुशी बात की। सुबह ससुराल वालों ने उसके फांसी लगाने की खबर दी तो मायके में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस न शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जिसमें मौत की वजह फांसी (हैंगिंग) निकली है।
केशवपुरम निवासी स्मॉल आर्म्स फैक्टरी से रिटायर्ड छट्ठू राम कनौजिया ने बेटी मनीषा (31) की शादी इसी साल जनवरी में मसवानपुर, आदर्श नगर निवासी प्राइवेट फैक्टरी कर्मी नितिन से की थी। चचेरे भाई अजीत ने बताया कि मनीषा शादी के बाद काफी खुश थी।
बुधवार शाम करीब 7.30 बजे मनीषा की अपनी मां अमरावती से भी फोन पर बात हुई थी। मां के अनुसार मनीषा ने खाने पीने की बातें की थीं और किसी तरह की कोई शिकायत भी नहीं की। गुरुवार सुबह 4.30 बजे पति नितिन ने मायके में फोन कर मनीषा के फांसी लगा लेने की जानकारी दी।
इस पर तड़के ही पिता छट्ठू राम अन्य परिजनों संग बेटी की ससुराल पहुंचे। अजीत के अनुसार ससुराल पहुंचने पर मनीषा का शव बेड पर पड़ा मिला। गले में कुछ निशान सा नजर आया। पति ने फांसी लगाकर जान देने की बता बताई, लेकिन कारण नहीं बता सके।
ससुराल वालों ने फंदा भी खोल कर उतार दिया था। मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
आखिर क्यों उठाया कदम
मायके वालों का कहना है कि मनीषा की शादी को करीब तीन महीने होने को थे। इस दौरान उसने कभी कोई शिकायत नहीं की। परिजनों को आशंका है कि बुधवार की रात को ही उसकी ससुराल में अचानक कुछ ऐसा हुआ, जिससे उसे खुदकुशी को मजबूर होना पड़ा या उसे मार दिया गया।
ससुराल वालों ने मुंह न खोलने की दी थी कसम
मनीषा की बड़ी बहन सरोज के पति पुतानी कनौजिया ने बताया कि बुधवार को मनीषा की उसकी बहन से बात हुई थी। बाद में सरोज ने उन्हें बताया कि मनीषा को उसके ससुराल वालों ने किसी बात को लेकर मुंह न खोलने की कसम दी है। इसे लेकर गुरुवार को पुतानी अपनी पत्नी सरोज के साथ मनीषा की ससुराल भी जाने वाले थे, लेकिन उसके पहले ही उसकी मौत की खबर आ गई। उन्होंने बताया कि मनीषा रोज अपना व्हाट्सएप स्टेटस लगाती थी, लेकिन दो दिनों से नहीं लगा रही थी और किसी बात को लेकर गुमसुम थी।
गहमागहमी के बीच बहन के बेटे ने दी मुखाग्नि
पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार कराने भैरव घाट पर ले गए। यहां पत्नी की चिता को मुखाग्नि देने के लिए उसके पति नितिन को बुलाया गया था। आरोप है कि ससुराल पक्ष से किसी अन्य रिश्तेदार के न पहुंचने को लेकर दोनों पक्षों में गहमागहमी का माहौल बन गया, जिसके बाद पुलिस नितिन को बिना उससे चिता में मुखाग्नि दिलाए ही अपने साथ ले गई। इसके बाद पुतानी ने अपने बेटे कुमार अंशय से मौसी को मुखाग्नि दिलाई।