दिल्ली में आज सुबह वायु प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया। शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार सुबह सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 329 था। इसकी एक वजह पंजाब एवं हरियाणा में लगातार जलाई जा रही पराली भी है।
28 अक्टूबर को सुबह सात बजे तक, आनंद विहार में एक्यूआई 437 यानी ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 328 यानी बहुत खराब दर्ज किया गया। द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई 339 के साथ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। वहीं आईटीओ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 347 था। इसी तरह दिल्ली के रोहिणी में एक्यूआई 367, नजफगढ़ 304, पंजाबी बाग 370 और अशोक विहार में 375 दर्ज किया गया। सभी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थे।
इस बीच, शुक्रवार सुबह 7 बजे नोएडा का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में था। सेक्टर 125 में एक्यूआई 340, सेक्टर 62 में 367, सेक्टर 1 में 344 और सेक्टर 116 में 350 दर्ज किया गया। गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रही और इंद्रपुरम में आज सुबह एक्यूआई 379 दर्ज किया गया। गुरुग्राम में आज सुबह एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में था। गुरुवार को भी शहर का वायु प्रदूषण 336 के साथ बहुत खराब था। बुधवार को इसमें गिरावट आई थी।
देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद
गाजियाबाद गुरुवार को देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में 373 दर्ज किया गया। जनपद में लोनी का वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में 445 दर्ज किया गया। वहीं, ग्रेटर नोएडा दूसरे और नोएडा पांचवें स्थान पर रहा। नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 354 और ग्रेटर नोएडा का 368 दर्ज किया गया। दोनों के एक्यूआई में उछाल आया है।
प्रदूषण रोकने के लिए निरीक्षक रात्रि गश्त करेंगे
निगम ने धूल कणों और वायु प्रदूषण को देखते हुए निगम क्षेत्राधिकार में इसको नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। इसके तहत निगम के शाहदरा उत्तरी और शाहदरा दक्षिण जोन में करीब 20 वाटर स्प्रिंकलर तथा जेटिंग मशीन तैनात की गई हैं। वहीं, प्रदूषण रोकने के लिए निरीक्षकों को रात्रि गश्त पर लगाया है।