Friday , November 22 2024

ऑटो-टोटो संचालकों से स्टैंड वसूली में लगे केयर टेकरों का होगा ड्रेस कोड

यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर रुटवाइज टैक्सी व टोटो की कलरिंग होगी
हर ऑटो-टोटो संचालक का 2 से 5 लाख रुपये तक का बीमा भी होगा
पूर्व ठेकेदारों द्वारा अवैध वसूली नहीं होने देंगे : अजीत सिंह बग्गा

-सुरेश गांधी

वाराणसी : ऑटों एवं टोटों संचालकों और दबंग ठेकेदारों के बीच अवैध वसूली के खिलाफ छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह अलग बात है कि बढ़ते विवाद, ठेकेदार की गुंडागर्दी को रोकने व यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम ने माफिया ठेकेदारों के हाथों से छिनकर ऑटो-टोटो स्टैंड ठेका अन्य को दिया दे दिया है। लेकिन दबंग ठेकेदर है कि अवैध वसूली से बाज नहीं आ रहे है। हाल यह है कि दबंग ठेकेदारों के गुर्गो एवं अन्य ठेकेदार के बीच अवैध वसूली को लेकर महासंग्राम छिड़ गया है और परेशानी ऑटों-टोटो संचालकों को झेलनी पड़ रही है। ऑटों संचालकों की मांग पर वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा है कि दबंग ठेकेदारों की गुंडागर्दी किसी भी हाल में नहीं चलने देंगे। इसके खिलाफ प्रशासनिक सहयोग से उनकी गुंडागर्दी पर नकेल कसा जायेगा। अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने ने ऑटो-टोटो संचालकों की मांग पर अन्य ठेकेदार या यूं कहे वर्तमान ठेकेदर को सुझाव दिया है कि वह कुछ नए नियमों के साथ नगर निगम द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली किसी भी दशा में नहीं करें।

बता दें, नगर निगम ने ऑटो-टोटो संचालकों से चार घंटे का 10 रुपये, 12 घंटे का 15 रुपये व 24 घंटे का 25 रुपये तय किया है। लेकिन पूर्व के ठेकेदार मनमानी तरीके से संचालाकों से स्टैंड के नाम पर निर्धारित शुल्क से दुगुना-चौगुना वसूल रहे थे। इसके अलावा ऑटों चालकों से नंबरिंग के नाम पर अलग से 50 से 100 रुपये हर रोज वसूलते थे। लगातार इस तरह की शिकायत पर इस बार नगर निगम ने ठेका बदलते हुए शर्तो के मुताबिक ठेका रमाशंकर पांडेय को दिया है। लेकिन दबंग ठेकेदार अब भी कुछ जगहों पर टॉटो-टोटो संचालाकों से न सिर्फ अवैध पर्ची काटकर 50 से 100 रुपये ले रहे है, बल्कि नंबरिंग के नाम पर भी 100 से 150 रुपये हर रोज मनमाना तरीके से वसूली कर रहे है।

पूर्व के ठेकेदारों की इस घृणित कार्य से दुखी होकर वाराणसी व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा है कि नागरिकों की सुविधा के मद्देनजर पूर्व के ठेकेदारों की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उत्पीड़न के शिकार हो रहे ऑटो-टोटो संचालाकों की हर संभव सहायता प्रशासन से कराया जायेगा। हालांकि उनकी मंशा है कि ऑटो-टोटो संचालकों की सुविधा को देखते हुए अब वसूली में लगे केयर टेकरों द्वारा सड़क पर खड़े होकर गुंडों की तरह टोकन वसूली के बजाय उनका अलग से ड्रेस कोड होना चाहिए। नगर निगम से निर्धारित शुल्क की ही पर्ची काटी जाएं। इसके अलावा नंबरिग के नाम पर किसी भी तरह की वसूली ना हो और इनका नाम ठेकेदार के बजाय केयर टेकर रखा जाएं।

बग्गा ने बताया कि इन सब के अलावा हर ऑटो-टोटो संचालक का 2 से 5 लाख रुपये तक का बीमा भी कराया जाएं। महिला संचालकों की पर्ची नहीं काटी जानी चाहिए। उन्हें यूनियन द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए। इसके अलावा रुटवाइज टैक्सी व टोटो की कलरिंग भी हो। इससे यात्रियों को सहुलियते मिलेंगी, उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। इके अलावा हर टैम्पों व टोटो के पीछे नगर निगम द्वारा निर्धारित शुल्क की सूची चस्पा होनी चाहिए। शहर में सड़क से लेकर गलियों तक में बने अवैध स्टैंड खत्म होना चाहिए। शुल्क को लेकर वाहन चालकों से किसी भी हाल में मारपीट नहीं होनी चाहिए। ऑटो चालकों ने बताया कि अवैध वसूली देने से मना करने पर उन्हें पूर्व के ठेकेदार द्वारा मारा पीटा भी जाता था। लेकिन अब बग्गा का सुझाव स्वागत योग्य है। टोकन वसूली नगर निगम द्वारा निर्धारित शुल्क के तहत ही होनी चाहिए।