उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को 187 से 197 सीटें और 35 फीसदी वोट शेयर के साथ पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना है. यह बात एक सर्वेक्षण में सामने आई है. एबीपी न्यूज-सीएसडीएस-लोकनीति की ओर से जनवरी में किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि सत्तारूढ़ सपा में पारिवारिक विवाद के बावजूद अखिलेश यादव 26 फीसदी समर्थन के साथ अगले मुख्यमंत्री का सबसे पसंदीदा चेहरा बने हुए हैं.
उधर नोटबंदी की वजह से भाजपा के खिलाफ रुझान पूरी तरह नकारात्मक नहीं है और उसे सर्वेक्षण में 118 से 128 सीटें मिलने की बात कही गई है. चुनाव की दौड़ में तीसरी सबसे प्रमुख पार्टी बसपा है और उसे 76 से 86 सीटें मिलने की बात कही गई है. सर्वेक्षण में सामने आया है कि बुंदेलखंड में पार्टी अच्छे नतीजे हासिल कर सकती है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 11 फरवरी से शुरू होकर आठ मार्च तक चलेगा.
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.