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मुलायम पड़े नरम, पहले भाई उसके बाद बेटा के लिए करेगे “प्रचार”

स्टार प्रचारकों की सूची में मुलायम सिंह यादव का नाम प्रथम

लखनऊ :मुलायम सिंह यादव  चुनाव आयोग से मिली पटकनी के बाद अब नरम पड़ते दिख रहे है उन्होंने  आखिर कार सपा के चुनाव प्रचार के लिए अपने गले शिकवे भुलाकर एक शर्त के साथ हामी भर ही दी ,  मुलायम  ने शुक्रवार को कहा कि वह पहले शिवपाल के लिए प्रचार शुरू करेंगे और उसके बाद अखिलेश के लिए प्रचार करेंगे। इसी बीच लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने 14 वरिष्ठ नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। उन्होंने लोकदल के स्टार प्रचारकों की सूची में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को प्रथम स्थान पर रखा है।

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गठबंधन के लिए गिड़गिड़ाए थे मुलायम: जयंत चौधरी
विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) से हाथ न मिलाने से पार्टी कमजोर नहीं पड़ी है। ऐसा कहना है रालोद के महासचिव जयंत चौधरी का। चौधरी ने कहा कि सपा सुप्रीमो खुद आर.एल.डी. के साथ गठबंधन के लिए फोन पर गिड़गिड़ाए थे, इसलिए चौधरी साहब (अजित सिंह) उनसे गठबंधन करना चाहते थे। मथुरा में चौधरी ने कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन की लाठी हम पर अटैक करने के लिए तैयार की गई, लेकिन हम उससे कमजोर नहीं हुए। अब हम और मजबूत हो गए हैं और लाठी को तोड़ देंगे।

अमेठी -रायबरेली की सीटो का गाँठ खुला सपा ने वापस ली सात सीटो से प्रत्याशी

स माजवादी पार्टी (सपा) ने अमेठी-रायबरेली की 7 विधानसभा सीटें कांग्रेस को सौंपकर  गठबंधन  की डोर  मजबूत  करने  की दिशा  में एक और कदम आगे बढ़ाया। अखिलेश यादव को इसके लिए 4 विधायकों के टिकट भी काटने पड़े हैं। हालांकि वह मंत्री गायत्री प्रजापति व मनोज पांडेय की सीट अपने हिस्से में करने में सफल रही है। गौरीगंज सीट पर अभी कांग्रेस का दावा बरकरार है। गठबंधन धर्म निभाने के लिए सपा ने बछरावां के विधायक राम लाल अकेला, हरचन्दपुर के विधायक सुरेन्द्र विक्रम सिंह, सरेनी के विधायक देवेन्द्र प्रताप सिंह और सलोन की विधायक आशा किशोर का टिकट काट दिया है। मगर चर्चा यह भी है कि आशा किशोर को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाया जा सकता है। अभी फैसला नहीं हुआ है, इसी कारण कांग्रेस ने अभी इस सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा है।