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अमेरिका का बड़ा बयान- यहां रहने वालों को डरने की जरूरत नहीं

नई दिल्‍ली। अमेरिका के कंसास में मारे गए 32 वर्षीय भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला का पार्थिव शरीर मंगलवार तड़के एयर इंडिया के विमान से हैदराबाद लाया गया। यहां से एंबुलेंस के जरिए इसे उनके उनके घर तक ले जाया गया। इसकी पूरी व्यवस्था भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से की गई थी। इस हत्‍या की पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है। भारत ने अमेरिका से इस हत्‍या की जांच जल्‍द से जल्‍द करवाने की भी अपील की है। इस हत्‍या को डोनाल्‍ड ट्रंप की नई नीतियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। व्‍हाइट हाउस के सीन स्‍पाइसर ने प्रेस को संबोधित करते हुए इस घटना को चौंकाने वाली घटना बताया है।

C5uHKBBUwAAfFfdव्‍हाइट हाउस ने बताया चौंकाने वाली घटना

व्‍हाइट हाउस के सीन स्‍पाइसर ने प्रेस को संबोधित करते हुए इस घटना को चौंकाने वाली घटना बताया है। स्‍पाइसर का कहना है कि अमेरिका में रह रहे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, फिर वह चाहे किसी भी धर्म को मानने वाले ही क्‍येां न हों। उन्‍होंने कहा कि अमेरिकी सरकार यहां बसे नागरिकों को धर्म चुनने और अपने मुताबिक पूजा-अर्चना करने का अधिकार देती है। उनके मुताबिक श्रीनिवास की हत्‍या की खुद राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप कड़ी निंदा की है।

सुषमा स्‍वराज ने की निंदा

भारतीय इंजीनियर की हत्या पर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी घटना की निंदा की है। उन्होंने घटना पर हैरानी जताते हुए कहा कि उनकी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। इस बीच उन्‍होंने इस हिंसा के दौरान लोगों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले ग्रीलॉट काे हीरो बताते हुए उनकी तारीफ की है। साथ ही उन्‍होंने उनके जल्‍द सही होने की भी कामना की है। कंसास में गोलीबारी के दौरान उन्‍होंने ही अपनी जान की परवाह न करते हुए वहां मौजूद लोगों की जान बचाई थी।

India salutes the heroism of Ian Grillot. Best wishes for a speedy recovery: EAM Sushma Swaraj #Kansas pic.twitter.com/VwJIoatnPV

जेएनयू टेक्निकल यूनिवर्सिटी से की थी इंजीनियरिंग

श्रीनिवास कुचिभोटला ने साल 2005 में जवाहर लाल नेहरू टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनयरिंग में डिग्री ली थी। इसके बाद उन्‍होंने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास अल पासो से मास्टर डिग्री हासिल की। श्रीनिवास वर्तमान में गार्मिन इंटनेशनल नाम की कंपनी में काम कर रहे थे। वे कंपनी के चॉपर प्रोग्राम से जुड़े थे।

कंसास में की थी श्रीनिवास की हत्‍या

गौरतलब है कि 24 फरवरी को भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की कंसास में गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर शख्स गोली चलाने के दौरान बस यही चिल्ला रहा था कि मेरे देश से निकल जाओ। इस घटना के बाद हमलावर को पकड़ लिया गया है और एफबीआई इस पूरे मामले की जांच में जुटी है।