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चीन- पाक कॉरिडोर पर पाकिस्तान के साथ आया रूस, भारत को तगड़ा झटका

cpec_1482117663भारत के पुराने दोस्त रूस के पाकिस्तान की ओर बढ़ते झुकाव ने भारतीय नीति निर्माताओं की नींद उड़ा दी है। भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा  है लेकिन मॉस्को ने चीन- पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का खुलकर समर्थन किया। यही नहीं, रूस ने पाकिस्तान के चीनी प्रोजक्ट को यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन से जोड़ने का भी इरादा जताया है। 
 
सीपीईसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत स्थित ग्वादर  को चीन के झिंजियांग को जोड़ेगा। दरअसल, यह भारत के दावे वाले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के गिलगित बालतिस्तान क्षेत्र से गुजरेगा। इस कारण से यह भारतीय विदेश नीति के लिए सिरदर्द बना हुआ है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले को चीनी राष्ट्रपति के सामने भी उठा चुके हैं, बावजूद इसके चीन ने इस मामले को लेकर नाममात्र की गंभीरता दिखाई है। दूसरी ओर, रूस ने पिछले उन मीडिया रिपोर्ट्स को भी खारिज किया था जिनमें यह दावा किया जा रहा था कि मॉस्को ग्वादर बंदरगाह पर साझा करने के इरादे से सीपीईसी में शामिल होने की कोशिश कर रहा है। अब पाकिस्तान में रूस के राजदूत एलेक्सी वाई देदोव ने कहा है कि रूस और पाकिस्तान के बीच मॉस्को के यूरेशियन यूनियन प्रोजेक्ट को सीपीईसी में शामिल करने को लेकर बातचीत हुई है। 

देदोव ने कहा कि रूस ‘मजबूती’ से सीपीईसी का समर्थन करता है क्योंकि यह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और क्षेत्रीय संपर्क के लिहाज से बेहद अहम है।