फ्रांस में रविवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मतदान से पहले उम्मीदवार इमैनुअल मैक्रों ने हैकिंग अटैक का आरोप लगाया है। राष्ट्रपति की दौड़ के दूसरे चरण में यूरोपीय संघ के हिमायती उम्मीदवार उदारवादी नेता इमैनुअल मैक्रों का मुक़ाबला धुर दक्षिणपंथी पार्टी (फ्रंट नेशनल) की नेता रही मैरीन ल पेन से होना है।
चुनाव के 24 घंटे पहले ही कई गुप्त दस्तावेजों और अकाउंटिंग पेपर्स के ऑनलाइन रिलीज हो जाने के बाद इसका पता चल पाया। मैक्रों के स्टाफ का कहना है कि इस तरह से दस्तावेजों का लीक होना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। इस तरह की घटना यूएस के प्रेजिडेंशल कैंपेन के वक्त भी सामने आई थी।
ये दस्तावेज शुक्रवार की देर रात तब लीक हुए जब रविवार को होने वाले चुनाव के लिए मैक्रों और उनके धुर विरोधी मैरीन ल पेन ने चुनाव प्रचार खत्म किया। बता दें कि यूएस में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हिलरी क्लिंटन ने अपनी हार के लिए रूस द्वारा की गई कथित हैकिंग को जिम्मेदार ठहराया था।
मैक्रों की टीम ने कहा कि ये फाइलें कई हफ्ते पहले ही चुरा ली गईं थीं। उनका कहना है कि कैंपेन के शुरुआत से ही लगातार मैक्रों पर साइबर अटैक करने की कोशिश हो रही है। रविवार को दूसरे चरण के मतदान में दोनों उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, नतीजे 11 मई को घोषित किए जाएंगे।