फ्रांस। फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव हुए। इन चुनावों में एमानुएल मैक्रोन की जीत हुई। दरअसल वे मूलरूप से बैंकर हैं और पहली बार ही उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। माना जा रहा है कि वे आर्थिक सुधारों में अच्छा कार्य कर सकते हैं। उनके राष्ट्रपति पद पर चुनाव जीतने को लेकर ब्रिटेने की प्रधानंत्री थेरेसा मे ने उन्हें शुभकामनाऐं दी हैं। अब यह माना जा रहा है कि मैक्रोन के लिए यह चुनौती है कि वे योरपीय यूनियन और फ्रांस के बीच तालमेल बैठा सकें।
उन्होंने चुनाव में मरीन ली पेन को हराया। मिली जानकारी के अनुसार मैक्रोन को 65.5 से 66.1 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। दूसरी ओर मरीन ली पेन को 33.9 से 34.5 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। मैक्रोन ने अपनी जीत को फ्रांस हेतु नई संभावनाओं और विश्वास से भरे अध्याय का प्रारंभ बताया। हालांकि अब मैक्रोन को योरप का सर्वाधिक शक्तिशाली नेता माना जा रहा है। मैक्रोन के राष्ट्रपति बनने के बाद इसका वैश्विक परिदृश्य पर असर होगा। अब देखना यह है कि फ्रांस वैश्विक शक्तियों अमेरिका, रूस, जापान, चीन और एशियाई क्षेत्र के प्रमुख देश भारत को लेकर किस तरह का रूख करते हैं।
मगर यह तय है कि मैक्रोन का विज़न फ्रांस को एक नई दिशा जरूर देगा। मैक्रोन को जीत पर विश्वजगत से बधाईयां दी गईं। राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर मैक्रोन की प्रतिद्धंदी मरीन ली पेन ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि मैक्रोन के सामने बड़ी चुनौतियां हैं और वो इनसे निपटने में सफल होंगे ऐसी कामना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा कि फ्रांस के अगले राष्ट्रपति के रूप में मिली बड़ी जीत पर मैक्रोन को वो उनके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ओर से डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री निर्वाचित राष्ट्रपति मैकरॉन को उनकी चुनावी जीत पर बधाई् उन्होंने लिखा कि फ्रांस हमारा करीबी सहयोगी है और हम नये राष्ट्रपति के साथ काम करने को बहुत उत्सुक हैं।
मैक्रोन का जन्म 21 दिसंबर 1977 को फ्रांस के एमियेंज में हुआ। फिलोसोफी से छात्र रहे एमानुएल साल 2004 में ग्रेजुएट होने के बाद इनवेस्टमेंट बैंकर बन गए। 2006 से 2009 के बीच वो सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य रहे। 2012 में पहली बार जब फ्रांस्वा ओलांद की सरकार बन तब मैक्रोन को डिप्टी सेक्रेटरी जनरल चुना गया। 2014 में मैक्रोन ने वित्त मंत्री का जिम्मा संभालाण् अगस्त 2016 में सरकार से इस्तीफा देकर राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की।