रियाद/ वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना पहला विदेशी दौरा सऊदी अरब के रियाद के लिए करने की घोषणा ने विश्व के मुस्लिम देशों को चौंका दिया है .बता दें कि रियाद में डोनाल्ड ट्रंप दुनिया के 50 से ज्यादा इस्लामिक देशों के नेताओं को संबोधित करेंगे.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान से ही ट्रम्प ने मुसलमानों के खिलाफ जहर उगला था. अब अचानक इस इस घोषणा से पूरा मुस्लिम जगत हैरान है. व्हाइट हाउस के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रियाद में इस्लाम पर भाषण देंगे.अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने कहा कि रियाद में ट्रंप आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा से लड़ने के लिए इस्लाम के शांति दृष्टिकोण को पेश करेंगे. अमेरिका को इस कोशिश से आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटने के लिए कोई ठोस रूपरेखा तैयार होने की उम्मीद है. ट्रंप रियाद में 50 से ज्यादा देशों के नेताओं से मुलाकात और उनके साथ भोजन भी करेंगे.इसके बाद वह सऊदी से इस्राइल और फिर वेटिकन सिटी के लिए रवाना होंगे.
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने चुनाव के दिनों में न केवल मुसलमानों के खिलाफ बयान दिए , बल्कि राष्ट्रपति बनने के बाद उसे अमलीजामा भी पहनाया. अमेरिका का राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया, सूडान, इराक, ईरान, सोमालिया, यमन और लीबिया के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. साथ ही अमेरिका में लंबे समय से रह रहे मुस्लिमों की निगरानी शुरू करा दी. इसका अमेरिका के अलावा दुनिया भर में जमकर विरोध हुआ.आखिर अमेरिका की अदालतों ने ट्रंप के इस आदेश पर रोक लगाई, तब जाकर राहत मिली.
बता दें कि सऊदी अरब में डोनाल्ड ट्रंप के रियाद दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. ट्रंप के दौरे की जानकारी को लेकर सऊदी ने चार भाषाओं में वेबसाइटें लांच की हैं. शनिवार को अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले सऊदी के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात करेंगे.