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संदीप शर्मा लश्कर आतंकी कैसे बना ?तलाशेग़ी यूपी एटीएस

कश्मीर में आज गिरफ्तार मुजफ्फरनगर का संदीप शर्मा उर्फ आदिल पाकिस्तान पोषित लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी कैसे बना। इस बात का जवाब तलाशने यूपी एटीएस  की एक टीम कश्मीर रवाना हो गई है। दूसरी टीम संदीप कामकाज के लिए कश्मीर भेजने में शामिल दो लोगों के साथ ही साथ संदीप के भाई, भाभी व मां से पूछताछ कर रही है।

कश्मीर पुलिस ने मुजफ्फरनगर के मुस्तफाबाद पचैंडा रोड के स्वर्गीय रामकुमार के पुत्र संदीप शर्मा उर्फ इलियास उर्फ आदिल को गिरफ्तार किया है। उसकी तीन मार्च, 2017 को दक्षिण कश्मीर में छह पुलिस कर्मियों की हत्या, कश्मीर में तीन एटीएम लूटने और सेना के जवानों पर हमले में संलिप्तता बतायी गई है। लश्कर के गुर्गे के रूप में संदीप शर्मा उर्फ आदिल की गिरफ्तारी से ढेरों सवाल उठे हैं।

मसलन क्या यह चरमपंथियों मॉडस आपरेंडी (अपराध शैली) है। आतंकवाद-अपराध के बीच रिश्ता गहरा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह सवाल अहम है कि संदीप शर्मा आखिर आदिल कैसे बना। हनी ट्रैप में वह आदिल बना या धन के लालच ने उसे आतंकियों से जोड़ा तथा इसके बाद आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से इस्तेमाल किया। संभावना यह भी है कि लश्कर केमास्टरों ने कतिपय कारणों से उसका धर्म परिवर्तन कराया हो। ऐसे ढेरों सवालों की फेहरिस्त लेकर यूपी एटीएस कश्मीर रवाना हो गई है।

एटीएस आईजी  ने कहा कि अपराध व आतंकवाद का धर्म से ताल्लुक नहीं है। जांच ऐसी ऐसी वारदात को धर्म से जोड़कर नहीं देखती लेकिन, विवेचना में हर पहलू की पड़ताल होती है। एक टीम कश्मीर भेजी गई है। उन्होंने कहा कि आठ साल पहले संदीप को मुजफ्फरनगर का एक युवक दिल्ली ले गया था, जहां से दूसरे युवक ने वेल्डिंग के कार्य के लिए उसे कश्मीर भेजा था, जिनकी भूमिका खंगालने के लिए पूछताछ चल रही है।

एटीएम उखाड़कर चोरी में महारथ

यूपी एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि संदीप शर्मा को एटीएम उखाड़कर धन चोरी करने में महारथ हासिल थी। मई 2017 से गिरफ्तारी तक उसने कश्मीर में ही स्टेट बैैंक आफ इंडिया के तीन एटीएम उखाड़कर लाखों रुपये उठाये थे। इसके पुलिस कर्मियों की हत्या, एक उपनिरीक्षक की हत्या, सेना के जवानों पर हमले के मामले में भी उसकी संलिप्तता बतायी गई है, जिसकी पड़ताल चल रही है।

मुजफ्फरनगर में कोई मामला नहीं

कश्मीर में गिरफ्तार संदीप उर्फ आदिल का मुजफ्फरनगर में कोई भी आपराधिक मुकदमा नहीं है। उसके स्थानीय नेटवर्क के बारे में छानबीन की जा रही है। उसके रिश्तेदारों, मित्रों से पूछताछ चल रही है। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि संदीप उर्फ आदिल की यहां भी एक शादी हो चुकी थी, जिसकी तस्दीक का प्रयास किया जा रहा है।

आतंकी के ठिकाने से पकड़ा

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि संदीप वर्ष 2012 में कश्मीर गया था। सर्दियों में पटियाला चला जाता था। वह कुलगाम निवासी शाहिद अहमद, मुनीब शाह, मुजफ्फर अहमद नामक लोगों के साथ मिलकर अपराध को अंजाम दे रहा था।