मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया की बेटी प्रीति गुप्ता को प्रदेश सरकार द्वारा खेल जगत में दिए जाने वाले वाले सर्वोच्च पुरस्कार रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड से सम्मानित किया है। इसके साथ ही यह अवार्ड पाने वाली जिले की पहली खिलाड़ी बन गई है प्रीति। सीएम ने रानी लक्ष्मीबाई की एक कास्य प्रतिमा व तीन लाख ग्यारह हजार रुपये प्रदान किया है। ।
उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 1972 से खेल के माध्यम से प्रदेश का मान सम्मान अंतराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने के लिए पुरुष खिलाड़ियों को लक्ष्मण अवार्ड और वर्ष 2000 से महिला खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड देना आरंभ किया। अभी तक कुल 137 पुरुष और 33 महिला खिलाड़ियों ही ये पुरस्कार मिल पाया है। खो-खो खेल में पहली बार ये पुरस्कार प्रीति गुप्ता को प्रसस्तिपत्र के साथ रानी लक्ष्मीबाई की एक कांस्य प्रतिमा और 3.11 लाख रुपये मिला। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व खेल-युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान ने खो-खो में प्रीति सहित विभिन्न खेलों में प्रदेश के कुल आठ महिला खिलाड़ियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं लक्ष्मण पुरस्कार से कुल छह पुरुष खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इसके पूर्व 11 अगस्त को प्रीति गुप्त की माता ऊषा देवी को लखनऊ में खेल मंत्री चेतन चौहान ने वीर माता जीजाबाई सम्मान से सम्मानित किए थे। प्रीति गुप्ता ने तहसीली स्कूल में पढ़ते हुए 2007 से अपना खेल जीवन विनोद कुमार सिंह के निर्देश में खो-खो आरंभ किया था। इसके साथ ही प्रीति ने अपने परिश्रम से बलिया का मान बढ़ाते हुए उप्र विधानसभा के चुनाव 2017 में निर्वाचन आयोग का ब्रांड एंबेस्डर के रूप में अपनी सेवा दे चुकि है।