लखनऊ में एक बहुत ही शर्मनाक वारदात हुई है। बच्ची के सिर से मां का साया उठते ही पिता हैवान बन गया। बिन मां की बच्ची को दुलारने की जगह पिता उसके साथ दुराचार करता रहा। शुक्रवार की रात मासूम की चीखें सुनकर एक महिला मदद के लिए पहुंच गई। किसी तरह मासूम को छुड़ा कर वह अपने घर ले गई। सुबह शिकायत लेकर पीजीआई थाना क्षेत्र की तेलीबाग चौकी पहुंची। जहां मौजूद दीवान ने उसे टरका दिया।
तेलीबाग निवासी महिला एक कॉलेज के पास बताशे का ठेला लगाती है। महिला के मुताबिक कुछ दिन पहले पड़ोस में एक रिक्शा चालक अपनी बेटी (11) के साथ रहने के लिए आया था। शुक्रवार की रात रिक्शा चालक के घर से बच्ची के रोने की आवाज महिला को सुनाई पड़ी। मदद करने के लिए महिला रिक्शा चालक के घर पहुंची। जहां का नजारा देख कर उसके होश उड़ गए। महिला के मुताबिक बच्ची के साथ उसका पिता गलत हरकत कर रहा था। उसने जब रिक्शा चालक को रोकना चाहा तो वह गाली-गलौज करने लगा। हंगामा होने पर पड़ोसी जमा हो गए। खुद को फंसता देख आरोपी पिता मौके से फरार हो गया।
वहीं महिला बच्ची को साथ लेकर घर लौट आई। मां की मौत के बाद शुरू हुई दरिंदगी: रात भर बच्ची पड़ोसी महिला के साथ रही। बच्ची ने उसे बताया कि मां की मौत के बाद से ही पिता का रवैया बदल गया। रोज रात शराब के नशे में धुत होकर पिता घर पहुंचता। करीब एक साल पहले भी रिक्शा चालक नशे की हालत में घर पहुंचा और बेटी के साथ गलत हरकत करने लगा। उसने विरोध किया तो पिता ने बेटी की पिटाई कर दी। एक साल पहले शुरू हुआ यह सिलसिला लगातार जारी था।
मार के डर से चुप रही: बच्ची के मुताबिक तेलीबाग में आने से पहले वह लोग दूसरी कॉलोनी में किराए पर रहते थे। कई बार पड़ोसियों ने उसकी आवाज सुनकर मदद की कोशिश की। पर, रिक्शा चालक बेटी द्वारा शौतानी करने की बात कह कर सबको चुप करा देता था। वहीं लोगों के जाते ही उसकी फिर से पिटाई होती थी। बच्ची के मुताबिक मार के डर से वह मुंह खोलने से डरती थी।
आंटी हम तुम्हारे पास ही रहेंगे। पापा के पास मत भेजना। वरना फिर से मेरे साथ गलत काम करेंगे। पिता के चुंगल से मुक्त होने वाली बच्ची महिला से लगातार यही बात दोहराती रही।
शनिवार को महिला बच्ची को साथ लेकर तेलीबाग पुलिस चौकी। जहां हेडकांस्टेबल प्रकाश चन्द्र पांडेय मौजूद थे। चौकी में उन्होंने दरबार लगाकर पीड़ित बच्ची की बात सुनी। साथ ही महिला का पक्ष भी जाना। पूरा मामला पता चलने के बाद दीवान ने महिला को फरमान सुनाया कि बच्ची को लेकर घर जाओ। साथ ही निर्देश दिए कि रिक्शा चालक पर नजर रखो। कहीं भी दिखे तो बताना पकड़ लेंगे।
बच्ची के साथ दरिंदगी होने की शिकायत लेकर मददगार महिला तेलीबाग चौकी गई थी। पर, दीवान ने उन्हें बैरंग लौटा दिया। इतना ही नहीं मामले की सूचना आला अधिकारियों को भी नहीं दी। सीओ कैन्ट तनु उपाध्याय से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। साथ ही यह भी कहा कि अगर ऐसी कोई घटना होती तो उन्हें सूचना जरूर दी जाती।