चीन को गधे बेचकर अपनी अर्थव्यवस्था चला रहे पाकिस्तान को इस आर्थिक सर्वे ने बड़ा झटका दिया है।आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, जून में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो कि पाकिस्तान के लक्ष्य जो कि 6.3 प्रतिशत के लक्ष्य से काफी नीचे है।इतना ही नहीं पाकिस्तानी आवाम को नया पाकिस्तान दिखाकर सपने दिखाने वाली इमरान सरकार लगभग सभी सेक्टरों में लक्ष्यों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है। आर्थिक सर्वेक्षण के विवरण पाकिस्तानी अखबार डॉन द्वारा प्रकाशित किए गए थे।पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान को पीएमएल-एन के पहले साल के आर्थिक सर्वेक्षण को पढ़ना चाहिए और प्रदर्शन के बीच अंतर को सीखना चाहिए। मरियम औरंगजेब के अनुसार पाकिस्तान का 2018-2019 का आर्थिक सर्वेक्षण इमरान खान की पूर्ण रूप से विफलता को दर्शाता है | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान गिरती अर्थव्यवस्था को थामने में जी-जान से जुट गए है| तमाम विभागों और मंत्रालयों के बजट में कटौती कर रहे हैं। उन्होंने देश के रक्षा बजट में कटौती करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के उपायों पर सेना ने सहमति जताई है।