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सोनभद्र हत्याकांड को लेकर सियासत तेज हो गई हैं।

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए हत्याकांड के बाद से ही सियासत लगातार जारी है। पीड़ित परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को राज्य प्रशासन द्वारा बीच में ही रोक दिए जाने के बाद सियासत और तेज हो गई हैं। राज्य सरकार की इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। प्रशासन ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया और फिर उन्हें मिर्जापुर के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया। प्रियंका को प्रशासन द्वारा मनाने की तमाम कोशिशें की गईं लेकिन वह पीड़ित परिवारों से मिलने पर अड़ी रहीं जिसके बाद प्रशासन ने पीड़ितों के परिजनों से प्रियंका की मुलाकात करवाई।पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपना धरना खत्म कर दिया है। प्रियंका ने कहा कि पीड़ित परिजनों को योगी सरकार सुरक्षा दे और 25- 25 लाख रुपये का मुआवजा दे। प्रियंका ने कहा कि जब भी मौका मिलेगा तो वो सोनभद्र जरूर जाएंगी। उन्होंने योगी सरकार से मांग की कि सोनभद्र का मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले।कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, राज बब्बर, रतनजीत प्रताप नारायण सिंह, जितिन प्रसाद और राजीव शुक्ला को पुलिस ने वाराणसी एयरपोर्ट पर रोक दिया है। वे पीड़ितों से मिलने के लिए सोनभद्र जाने वाले थे।कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार उन आरोपियों के साथ मिलकर आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करना चाहती थी। भाजपा जबरन आदिवासियों की जमीन को हड़पना चाहती है। भारतीय जनता आरोपियों को बचा रही है।’ प्रशासन ने सोनभद्र के पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलवाया। चुनार गेस्ट हाउस के बाहर धरने पर बैठी प्रियंका ने कहा है कि वह सभी पीड़ितों से मिले बिना यहां से नहीं जाएंगी।  प्रियंका ने आरोप लगाया कि कुछ पीड़ितों को मिलने से रोका जा रहा है। प्रशासन पर आरोप लगाते हुए प्रियंका ने कहा कि 15 लोग मुझसे मिलने आए हैं केवल 2 ही लोगों को मिलने दिया जा रहा है। प्रियंका ने आगे कहा, ‘भगवान जाने इनकी मानसिकता क्या है? आप थोड़ा दवाब बनाइए, उन्हें आने दीजिए। मेरे पीछे पड़े हैं।’सोनभद्र (यूपी) हत्याकांड पर जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मुझे मिली जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार कार्रवाई कर रही है। मुझे लगता है कि राज्य सरकार निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा।’प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेसी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने यूपी के राज्यपाल राम नइक से सोनभद्र मामले को लेकर मुलाकात की। इस घटना में 10 लोग मारे गए हैं।सोनभद्र जाने से रोके जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल वाराणसी एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गया है। प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन भी शामिल हैं।प्रियंका गांधी बोली मैं सोनभद्र जाऊंगी, चाहे प्रशासन मुझे अपनी गाड़ी से लेकर जाए। सरकार को जो करना है करे। मैं बिना मिले नहीं जाऊंगी। मैं धारा 144 का उल्लंघन नहीं करूंगी। मैंने अधिकारियों से कहा कि  सरकार मिर्जापुर, बनारस या सोनभद्र में कहीं भी मुझे पीड़ित परिवारों से मिलवा दे। मुझे रोकने का आदेश अधिकारी नहीं दिखा रहे हैं।’तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन ने कहा, ‘सोनभद्र के पीड़ितों से मिलने जा रहे तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया है। एडीएम, एसपी ने हमें यह नहीं बताया कि किस धारा के तहत (‘जैसा कि ऊपर से आदेश दिया गया है’) हिरासत में लिया गया है। हमने उनसे कहा है कि हम सहयोग करेंगे, हमारी इच्छा घायलों से मिलने की है। हम शोकग्रस्त परिवारों से मिलने और उन्हें विश्वास दिलाने के लिए सोनभद्र जाना चाहते हैं।प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के विरोध में कांग्रेस प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ता योगी सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध जता रहे हैं।मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस की मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक ने कहा, ‘यहां पर प्रशासन द्वारा पूरी बिजली पानी काट दी गई और पुलिस ने घेराबंदी कर ली। लेकिन इन सबके बावजूद भी कांग्रेस कार्यकर्ता यहां डटे रहे जो अभी भी मौजूद हैं। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि प्रियंका जी को यहां से डरा कर, धमका कर भगा दिया जाए। कुछ भी हो जाए प्रियंका जी अपनी बात पर अडिग हैं और वह कार्यकर्ताओं से लगातार बातचीत कर रही हैं। प्रियंका जी पीड़ित परिवारों से मिले बिना यहां से जाने वाली नहीं हैं।चुनार गेस्ट हाउस, जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी धरने पर हैं वहां और पार्टी कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं। सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुंचना शुरू हो गए हैं। पुलिस ने आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।प्रियंका बोली बिना मिले नहीं जाऊंगी भले ही पुलिस ने प्रियंका को हिरासत में लिया हो लेकिन वह इसे अपनी गिरफ्तारी बता रही हैं। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने इनसे मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ़्तारी हर तरह से गैर-क़ानूनी है। मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती। मैंने यह स्पष्ट करते हुए कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आयी थी और बिना मिले मैं वापस नहीं जाऊंगी।’