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Sourav Ganguly बने BCCI अध्यक्ष, खत्म हुआ CoA का शासन

भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बुधवार को BCCI की साधारण सभा (AGM) में बोर्ड के 39वें अध्यक्ष के रूप में पद संभाला। इसी के साथ बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (CoA) का 33 महीने से चला आ रहा शासन खत्म हो गया।

बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सौरव गांगुली द्वारा अध्यक्ष पद संभाले जाने की जानकारी दी। इस बैठक के लिए सौरव गांगुली, जय शाह और विनोद राय समेत सभी प्रमुख सदस्य सुबह बीसीसीआई मुख्यालय पहुंचे थे।

BCCI अध्यक्ष पद के लिए गांगुली का नामांकन सर्वसम्मति से हुआ है जबकि जय शाह सचिव बने। उत्तराखंड के माहिम वर्मा नए उपाध्यक्ष बने। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण सिंह धूमल कोषाध्यक्ष बन गए जबकि केरल के जयेश जॉर्ज ने संयुक्त सचिव पद संभाला। गांगुली का कार्यकाल नौ महीने का ही होगा। यदि संविधान में बदलाव नहीं हुआ तो उन्हें जुलाई में पद छोड़ना होगा क्योंकि छह साल के कार्यकाल के बाद तीन साल का “कूलिंग ऑफ” अनिवार्य है।

गांगुली के सामने अध्यक्ष के रूप में कई प्रमुख चुनौतियां रहेंगी। आईसीसी ने अपने नए वर्किंग ग्रुप में बीसीसीआई को शामिल नहीं किया है। अब गांगुली को आईसीसी में बीसीसीआई की पुरानी प्रतिष्ठा दिलाने के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। गांगुली और बीसीसीआई के सामने हितों का टकराव बड़ा मुद्दा होगा क्योंकि इसके चलते क्रिकेट सलाहकार समिति और सिलेक्शन कमेटी के लिए योग्य व्यक्तियों को चुन पाना मुश्किल होगा। गांगुली को महेंद्रसिंह धोनी के भविष्य के बारे में भी सिलेक्टर और माही से चर्चा करनी है जबकि कप्तान विराट कोहली ने भी शीर्ष टीमों के खिलाफ पांच टेस्ट सेंटर चिन्हित करने का प्रस्ताव रख बीसीसीआई अध्यक्ष की राह कठिन कर दी हैं। गांगुली के सामने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रमुख धड़ों को साथ लेकर चलने की चुनौती भी रहेगी। पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और पूर्व सचिव निरंजन शाह की अगली पीढ़ी अब बीसीसीआई में हैं।

राय और इडुल्जी को 3.5-3.5 करोड़ का भुगतान :

सीओए के सभी सदस्यों को 2017 के लिए प्रतिमाह 10 लाख रुपए, 2018 के लिए 11 लाख रुपए और 2019 के लिए 12 लाख रुपए प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जाएगा। बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, न्यायमित्र पीएस नरसिम्हा से चर्चा के बाद इस राशि को अंतिम रूप दिया गया। इस तरह से इडुल्जी और राय दोनों में से प्रत्येक को 3.5 करोड़ रुपए मिलेंगे जबकि विक्रम लिमये, रामचंद्र गुहा और रवि थोडगे को उनके कार्यकाल के अनुसार भुगतान किया जाएगा।