एक दिसंबर के बाद कार से बाहर घूमने का मन है तो इससे पहले फास्टैग जरूर लगवा लें। ताकि, टोल प्लाजा पर दोगुना टैक्स देने से बच जा सके। यदि अभी तक फास्टैग नहीं लगवाया तो यह सोचकर घबराने की जरूरत नहीं है।
यदि आप अपने बैंक को फोन करते हैं तो 10 से 12 दिन के भीतर यह आपके घर पहुंच जाएगा। इसके अलावा और भी ऐसे कई स्थान हैं जहां से आप इसे बनवा और रिचार्ज भी कर सकते हैं। दरअसल, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देशभर के 520 टोल प्लाजा पर इसे अनिवार्य कर दिया है।
यह छोटा सा कार्ड आपकी कार की विंडस्क्रीन (सामने का शीशा) पर लगा होगा, जिसे टोल प्लाजा पर कंप्यूटर स्वत: स्कैन कर लेगा और इसके बाद आपके अकाउंट से टोल कट जाएगा। हालांकि, अभी तक इसे बनवाने की कोई अंतिम तिथि जारी नहीं की गई है। लिहाजा आप इसे अपनी सुविधा के अनुसार भी बनवा सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक के अधिकारी ईश्वरचंद ने बताया कि बैंक की ओर से अपने खाता धारकों को यह सुविधा दी जा रही है। कर्मचारी खाताधारक के घर पहुंचकर उनसे विवरण आदि जुटाकर फास्टैग बना रहे हैं, जो 10 से 12 दिन के भीतर खाताधारक को मिल रहा है। इसके अलावा सभी बैंक अपने अपने खाताधारकों को यह सुविधा दे रहे हैं।
सीएससी पर भी मिल सकती है सुविधा
फास्टैग को बनवाने और रिचार्ज कराने की सुविधा कॉमन सर्विस सेंटर भी मिल सकती है। सीएससी के स्टेट हेड ललित बोरा ने बताया कि कुछ सीएससी संचालकों ने इस सुविधा को शुरू कराने की बात कही है। जल्द ही इन्हें शहरभर में संचालित किया जाएगा।
नए वाहन की खरीद पर अनिवार्य
यदि आप नई कार, लोडर कोई कामर्शियल वाहन खरीद रहे हैं तो डीलर फास्टैग लगाकर देगा। इसकी 600 रुपये कीमत को आपके वाहन की कीमत में शामिल किया जा रहा है। बता दें कि कार डीलरों को यह सुविधा वर्ष 2014 से दी गई है, लेकिन यह टोल प्लाजा पर अनिवार्य न होने के कारण डीलर इसे लगाने से बचते थे।
क्या है प्रक्रिया
बैंक फास्टैग के लिए बैंक या जारीकर्ता एजेंसी 500 रुपये वसूल रही है। इसमें से 150 रुपये आपके फास्टैग अकाउंट में जाएंगे। जबकि, 350 रुपये पंजीकरण और सिक्योरिटी शुल्क है। इसे बनवाने के लिए वाहन की आरसी, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि की फोटो कॉपी देने की आवश्यकता होती है। यदि इसे आप रिचार्ज करना चाहते हैं तो ‘माय फास्टैग एप’ के माध्यम से रिचार्ज कर सकते हैं। यह सुविधा पेटीएम जैसी मोबाइल वॉलेट साइट पर भी उपलब्ध है।
खुद खाते से कट जाएगी रकम
यदि आप रिचार्ज नहीं कराते हैं तब भी आपको घबराने की जरूरत नहीं है। यह आपके खाते से लिंक होगा। लिहाजा, जैसे ही आप टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो शुल्क आपके खाते से कट जाएगा। ऐसे में चिंता नहीं कि आप रिचार्ज कराएं या नहीं।
एनएचएआई ने आरटीओ कैंपस में मांगी जगह
संभागीय परिवहन अधिकारी डीसी पठोई ने बताया कि एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने कार्यालय परिसर में जगह मांगी थी। ताकि, यहां पर पुराने वाहनों पर फास्टैग लगाया जा सके, लेकिन यह स्थानीय स्तर पर मुमकिन नहीं था। इसलिए उन्हें निदेशालय भेजा गया गया है। बता दें कि राज्य में 27 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इनमें से लगभग 12 लाख चार पहिया या उससे ज्यादा वाले वाहन हैं। इनमें से ज्यादातर में फास्टैग लगाया जाना है।
क्या है फास्टैग
फास्टैग टोल टैक्स कलेक्शन के लिए प्रीपेड रिचार्जेबल टैग्स है, जिससे टोल टैक्स का ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाता है। ये सामान्यतया आपके वाहन के विंडस्क्रीन पर चिपका होता है। अगर आपके वाहन में फास्टैग है तो टोल पर टैक्स देने के लिए आपको अपने वाहन को रोकने की जरूरत नहीं होगी।
जैसे ही वाहन टोल प्लाजा से गुजरेगा, आपके वाहन के विंडस्क्रीन पर चिपके फास्टैग से लिंक्ड बैंक अकाउंट/प्रीपेड वॉलेट से टोल टैक्स अपने आप कट जाएगा। फास्टैग में कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती।
इन बैंकों में ले सकते हैं फास्टैग
एक्सिस बैंक
आईसीआईसीआई बैंक
आईडीएफसी बैंक
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
एचडीएफसी बैंक
करुर वायसया बैंक
एक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक
पेटीएम पेमेंट बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक
सिंडिकेट बैंक
फेडरल बैंक
साउथ इंडियन बैंक
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब एंड महाराष्ट्र कॉपेरेटिव बैंक
सारस्वत बैंक
फिनो पेमेंट बैंक
सिटी यूनियन बैंक
बैंक ऑफ बड़ौदा
इंडसंड बैंक
यस बैंक
यूनियन बैंक
नागपुर नागरिक सहकारी बैंक
(इंडियन हाइवेज मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के मुताबिक)