चोरों का एक गिरोह लखनऊ में अपनी गाड़ी पर पुलिस का लोगो लगाकर चोरियां कर रहा था। सुलतानपुर से आया यह गिरोह किराये के मकान में अपना ठिकाना बनाये हुए थे। इंदिरानगर पुलिस ने रविवार को इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया। इस गिरोह के पास 35 लाख रुपये के चोरी के जेवर, 55 हजार रुपये और दो अपाचे बाइक बरामद हुई है। बरामद एक गाड़ी पर पुलिस का निशान बना हुआ था। इस गिरोह से चोरी के जेवर खरीदने वाले दो सराफ भी पुलिस के निशाने पर है।
चोरी का सामान बेचने आये थे, पकड़े गये
डीसीपी उत्तरी रईश अख्तर के मुताबिक शिवाजीपुरम में कुछ लोग चोरी का सामान बेचने आने वाले हैं। यह सूचना इंदिरा नगर पुलिस को मिली थी। इस पर ही इंस्पेक्टर अजय प्रकाश त्रिपाठी ने घेराबंदी कर वहां पहुंचे तीन लोगों को पकड़ लिया। ये लोग जिस अपाचे गाड़ी से आये थे, उस पर पुलिस का लोगो बना हुआ था। पहले इन लोगों ने खुद के एक रिश्तेदार को पुलिसकर्मी बताया। पर, जब उससे बात कराने को कहा गया तो वह भागने लगा। इस पर ही पुलिस ने पकड़ लिया था। इन लोगों का एक साथी वहां से भाग निकला था। इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया कि पकड़े गये चोरों में सुलतानपुर के सिराज अहमद, आदित्य सिंह, धीरज मिश्र है। इनके फरार साथी का नाम अतुल मिश्र है।
किराये पर रह रहे थे ये सब
पुलिस ने बताया कि ये लोग सुलतानपुर से आकर यहां किराये के मकान में रह रहे थे। ये लोग कुछ समय बाद अपना ठिकाना बदल लेते थे। मकान मालिक को ये लोग फर्जी दस्तावेज दे देते थे। पुलिस को इनके पास 54992 रुपये और 35 लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के जेवरात मिले। इन लोगों ने दो लोगों के नाम बताये हैं जिनकी मदद से ये लोग सराफ को चोरी के जेवर बेचते थे। इसमें इन दोनों को भी कमीशन दिया जाता था।
इंदिरा नगर में आठ चोरियां कुबूली
एडीसीपी प्राची सिंह के मुताबिक इन लोगों ने इंदिरानगर में आठ चोरियां कुबूली है। इसके अलावा भी इन लोगों ने कई और चोरियां की है। सिराज इस गिरोह का सरगना है। ये लोग दिन में पुलिस का लोगो लगी गाड़ी से बंद घरों की रेकी करते थे, फिर रात में वहां हाथ साफ कर देते थे। इस दौरान ये लोग सीसी कैमरे लगे रास्ते से बचकर जाने की कोशिश करते थे। डीसीपी उत्तरी ने इंदिरा नगर पुलिस को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। वहीं फरार सदस्य अतुल मिश्र की तलाश की जा रही है।