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नेहा चौधरी हत्‍याकांड: गैंगरेप केस के आरोपी ने रची बड़ी साजिश, खुद को बचाने के लिए सगी बहन का किया कत्‍ल

गैंगरेप के एक आरोपी ने खुद को बचाने के लिए अपनी सगी बहन का कत्‍ल कर डाला। उसने पीड़िता के परिवारवालों को फंसाने की साजिश रची थी लेकिन अपने ही जाल में उलझ गया। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। अमरोहा की एसपी सुनीति ने घटना के सारे तथ्‍य मीडिया के सामने रखे तो हर कोई हैरान रह गया। पुलिस ने बताया कि नेहा चौधरी की हत्या उसके सगे भाई अंकित चौधरी ने ही कर डाली। सिर्फ इसलिए ताकि वो गैंगरेप के एक मामले से खुद को बचाना चाहता था। पीड़िता के परिवार को झूठे मामले में फंसाने के लिए उसने अपनी बहन को शिकार बनाया। उसकी कोशिश थी कि एक बार पीड़िता का परिवार हत्‍या के मामले में फंस गया तो फिर समझौता बरी होना आसान हो जाएगा। 

गौरतलब है कि बीते आठ फरवरी को अमरोहा के थाना अमरोहा देहात इलाके के बाईपास मार्ग पर स्थित हिल्टन कान्वेंट स्कूल के पास खाली प्लॉट में बीते एक अज्ञात युवती का शव मिला था। उसकी हत्‍या ईंट से कूचकर बड़ी बेरहमी से की गई थी। राहगीरों ने इसकी सुचना पुलिस को दी। मृतका की शिनाख्‍त अमरोहा के ही मोहल्ला पीर गढ़ की रहने वाली नेहा चौधरी के रूप में हुई। मृतका के चाचा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

फोन काल की जांच में खुला मामला 
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसके बाद मृतका से सम्‍बन्धित लोगों के फोन काल की जांच शुरू हुई। फोरेंसिक टीम से लेकर सीडीआर टीम तक ने तेजी से जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस को मृतक युवती नेहा चौधरी के मोबाइल की सीडीआर से महत्‍वपूर्ण जानकारी मिली। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर देहात थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने नेहा के भाई को गिरफ्तार कर लिया।

सोचा था गैंगरेप केस से बरी हो जाएगा
एसपी अमरोहा ने बताया कि आरोपी अंकित चौधरी की सोच थी कि वह अपनी बहन की हत्‍या कर गैंगरेप केस से बरी हो जाएगा। उसके खिलाफ 29 जनवरी को थाना डिडौली क्षेत्र इलाके की दलित नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी। वह फरार चल रहा था। खुद को बचाने के लिए उसने अपनी बहन की हत्या की साजिश रच डाली। 

प्राइवेट फर्म में जॉब करती थी नेहा
नेहा नोएडा की एक प्राइवेट फर्म में जॉब करती थी। उसे बुलाने के लिए अंकित ने अमरोहा से किराये की गाड़ी ली थी। वह सात फरवरी की दोपहर नोएडा पहुंचा। वहां उसने नेहा से कहा कि उसके ऊपर जो रेप का आरोप लगा है उसमें समझौते के लिए उसको भी बुलाया गया है। वह अपनी बहन को लेकर अमरोहा बाईपास के पास गाड़ी से उतर गया। उसने बहन को गिरफ़्तारी का डर दिखाकर अपने साथ पैदल ही चलने को कहा। एक सुनसान इलाके में एक स्कुल के पास खाली पड़े प्लाट में उसने अपनी बहन का गला दबाकर उसे मार डाला। गिर जाने पर ईंट से कूचकर उसकी हत्‍या कर दी। 

कड़ाई से पूछताछ में टूटा अंकित 
पुलिस ने अंकित की तलाश कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जब कड़ाई से उससे पूछताछ की गई तो उसने सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि गैंगरेप का केस दर्ज होने के बाद वह परेशान था। वह इस मामले से किसी तरह छुटकारा पाना चाहता था। इसी वजह से उसने अपनी बहन की हत्‍या की साजिश रची और उसे मौत के घाट उतार दिया। उसका इरादा  गैंगरेप के मुकदमे के वादी पक्ष के लोगों को फंसाकर अपने ऊपर लगे मुकदमे में समझौता करने का दबाव बनाने का था। एसपी ने मामले का खुलासा करने वाली टीम के लिए इनाम की घोषणा की है।