सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के बढ़ते खतरे से आगाह करते हुए कहा कि यह हमारे लिए चेतावनी है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के डीएम, एएसपी और एसपी को कोरोना संक्रमण, जहरीली व अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम, पंचायत चुनाव व होली पर्व के मद्देनजर शांति व्यवस्था के मुद्दों पर दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए खास कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति एक बार फिर खराब हो रही है। हमें ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के मंत्र को आत्मसात करना होगा। एक संक्रमण की पुष्टि पर उसके संपर्क में आये न्यूनतम 15 व्यक्तियों तक ट्रेसिंग की जाए। होली के मद्देनजर 23 से 27 मार्च के बीच फोकस्ड टेस्टिंग भी कराई जाए। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस अड्डे पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाए। सीएम ने कहा कि संक्रमण के प्रसार को न्यूनतम रखने के लिए लोगों को ‘दवाई भी-कड़ाई भी’ के मंत्र की जरूरत समझाई जाए। कोविड एंड कंट्रोल सेंटर सतत संचालित रहे। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन प्रत्येक दशा में हो। मास्क अनिवार्य हो। पहले जागरूक किया जाए फिर भी अनुपालन न होने पर कार्रवाई हो। प्रत्येक जिले में न्यूनतम एक कोविड अस्पताल संचालित रहे।
इससे पूर्व अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन एक बहुमूल्य संसाधन है। वैक्सीन की एक भी डोज व्यर्थ न हो। विभिन्न विधियों से किये जाने वाले कुल कोविड टेस्ट में कम से कम 45 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं। कुल दैनिक टेस्ट में आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने के लिये प्रभावी उपाय किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स और प्राथमिकता के अनुरूप संचालित किया जाए।